गाजियाबाद: जिस मंदिर में पिता पुजारी, उस मंदिर में बेटा और पुत्रवधू  करने वाले थे डकैती, जानिए पूरा मामला

गाजियाबाद: जिस मंदिर में पिता पुजारी, उस मंदिर में बेटा और पुत्रवधू करने वाले थे डकैती, जानिए पूरा मामला

गाजियाबाद: जिस मंदिर में पिता पुजारी, उस मंदिर में बेटा और पुत्रवधू  करने वाले थे डकैती, जानिए पूरा मामला

Google Image | आरोपी गिरफ्तार

मंदिर में डकैती की योजना बना रहे पुजारी के पुत्र एवं पुत्रवधु समेत 9 शातिर चोरों को घंटाघर शहर कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के मंसूबो को समय रहते ही पानी फेर दिया। एक ओर मंदिर आरोपी का पिता पिछले कई सालों से पूजा-पाठ करता है। तो वहीं उसका बेटा उसी मंदिर के दानपेटी एवं वेशकिमती मूर्तियों को चोरी करने की योजना बना रहे थे। इस घटना में आरोपित की पत्नि भी इसका साथ दे रही थी कि चोरी के बाद आसानी से निकल जाएगें। क्योकि महिला साथ होने से पुलिस का डर कम रहता है।

सीओ प्रथम डॉ. राकेश कुमार मिश्रा ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली की रेलवे स्टेशन के पास कुछ लोग बजरिया स्थित जैन मंदिर में डकैती की योजना बना रहे है। सूचना पर कार्रवाई करते हुए टीम गठित की गई। घंटाघर कोतवाली एसएचओ विष्णु कौशिक के नेतृत्व में एसआई जोगेन्द्र कुमार, बृजेश कुमार, राजकुमार कुश्वाह की टीम ने आरोपियों की घेराबंदी कर रेलवे रोड़ पार्किंग से हर्षित शर्मा पुत्र नरेन्द्र शर्मा निवासी लाल क्वार्टर विजयनगर, गौरव पुत्र भोपाल सिंह निवासी भीमनगर विजयनगर, संदीप पुत्र सुनील कुमार निवासी नसरतपुरा डाकखाने वाली गली, रूपेन्द्र पुत्र किशनलाल, दीपक कुमार पुत्र देवीदास निवासी भीमनगर, रविन्द्र पुत्र जगपाल निवासी लाल क्वार्टर, राजीव उर्फ राजा, भाई शिवा कुमार पुत्र अशोक कुमार सुदामापुरी एवं महिला को गिरफ्तार किया गया। जिनके पास से तंमचा, चाकू, लोहे की रॉड, लोहा काटने की मशीन, शीशा काटने का कटर, पेचकस, कार स्विफ्ट डिजायर, बाइक, दो फर्जी नंबर प्लेट बरामद किया गया।


सीओ प्रथम डॉ. राकेश कुमार मिश्रा ने बताया कि हर्षित शर्मा के पिता नरेन्द्र शर्मा बजरिया जैन मंदिर में पिछले कई वर्षो से पुजारी है। गिरफ्तार महिला हर्षित शर्मा की पत्नि है। आरोपित मंदिर के दानपेटी में रखें रूपए व वेशकिमती मूर्ति चुराने की फिराक में थे। एसएचओ विष्णु कौशिक  ने बताया कि आरोपित हर्षित शर्मा ने घटना से पूर्व ही योजना बना रहें थे और मंदिर में पिता के पुजारी होने के चलते मंदिर में आना-जाना था। तो उसे मंदिर में रखी हर चीज की जानकारी थी। 

आरोपित को पता था कि दानपेटी में 2 से 3 लाख रूपए रखें है और वेशकिमती मूर्ति भी कितनी है और कहां। आरोपित ने इस षडय़ंत्र में अपनी पत्नि को भी साथ लिया हुआ था। चोरी के बाद अगर रास्ते में कही पुलिस मिलती है तो वह इसमें सहयोग करेगी। महिला के साथ होने से पुलिस से बचा जा सकता है। आरोपियों ने पूर्व में भी विजयनगर क्षेत्र में चोरी की वारदात को अंजाम दिया है।

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