जेवर एयरपोर्ट के लिए जमीन देने वाले किसानों की टाउनशिप बसाने का काम तेज हुआ

जेवर एयरपोर्ट के लिए जमीन देने वाले किसानों की टाउनशिप बसाने का काम तेज हुआ

जेवर एयरपोर्ट के लिए जमीन देने वाले किसानों की टाउनशिप बसाने का काम तेज हुआ

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो

विस्थापितों को बसाने के लिए प्रशासन एक कदम और बढ़ाgangaजेवर के पास 49 हेक्टेयर में बसाई जाएगी टाउनशिप gangaयह जमीन किसानों से जिला प्रशासन अधिग्रहित कर रहा हैgangaटाउनशिप के लिए ली जा रही जमीन का मुआवजा तय होगा

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर परियोजना में आने वाले परिवारों को दूसरी जगह शिफ्ट करने के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। इसमें प्रशासन ने अब अधिग्रहण अधिनियम की धारा-19 की अधिसूचना जारी कर दी है। इसमें आपत्तियां लेने के बाद मुआवजा तय किया जाएगा। अवार्ड घोषित होने के बाद मुआवजा वितरण करके जमीन पर कब्जा ले लिया जाएगा।

जेवर के पास हवाई अड्डा बनाने के लिए रोही, पारोही, बनवारीबास, दयानतपुर, किशोरपुर और रन्हेरा गांवों की 1,334 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण हो चुका है। इस परियोजना में इन गांवों में 5,926 किसान परिवार प्रभावित हो रहे हैं। 1,775 परिवारों के घर परियोजना में आ गए हैं। प्रशासन इन परिवारों को दूसरी जगह शिफ्ट करेगा।

इन किसान परिवारों के लिए एक इंटीग्रेटेड टाउनशिप बसाई जाएगी। जिसके लिए गौतम बुध नगर जिला प्रशासन ने जमीन चिह्नित कर ली है। जेवर बांगर गांव के पास इन्हें बसाया जाएगा। जिला प्रशासन इस टाउनशिप के लिए करीब 49 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण कर रहा है। अब धारा-19 की कार्रवाई कर दी गई है। इसमें आपत्तियां लेकर मुआवजा तय किया जाएगा। धारा-23 के बाद मुआवजा वितरण करके जमीन पर कब्जा ले लिया जाएगा। 

इस काम में लगे प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि अगले एक महीने में यह प्रक्रिया पूरा होने की उम्मीद है। प्रशासन विस्थापित परिवारों को शहरों जैसी सुविधा देने के लिए काम कर रहा है। इस इंटीग्रेटेड टाउनशिप में बाजार, बैंक, डाकघर, स्कूल, अस्पताल, पावर हाउस, बस अड्डा, बिजली, पानी, सीवर लाइन और सड़क जैसे तमाम आधारभूत अवसंरचना विकसित की जाएंगी। इस पूरी परियोजना पर यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण पैसा खर्च करेगा।

आपको बता दें कि यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे और जेवर कस्बे के पास एशिया का सबसे बड़ा और दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट प्रस्तावित है। इसके लिए भूमि अधिग्रहण का काम पूरा हो चुका है। अब केवल शिलान्यास का इंतजार किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण के कारण पहली विश्वव्यापी महामारी की वजह से शिलान्यास का काम रुका हुआ है। एयरपोर्ट बनाने के लिए ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट को उत्तर प्रदेश सरकार ने ठेका दिया है। इस एयरपोर्ट का विकास दो चरणों में किया जाएगा। दूसरे चरण के लिए भी इस साल के अंत में भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया शुरू की जाएगी। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट में 5 रन वे होंगे। पहले चरण में 2 रनवे बनाए जाएंगे। दूसरे चरण में 3 और रनवे बनाए जाएंगे।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.