Exclusive: दादरी से कानपुर तक नहीं रुकेंगे ट्रेनों के पहिए, जानिए क्या करेगा रेलवे विभाग

Exclusive: दादरी से कानपुर तक नहीं रुकेंगे ट्रेनों के पहिए, जानिए क्या करेगा रेलवे विभाग

Exclusive: दादरी से कानपुर तक नहीं रुकेंगे ट्रेनों के पहिए, जानिए क्या करेगा रेलवे विभाग

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो

रेलवे सिंग्नल से छेड़छाड़ कर रेलगाड़ियों की गति पर विराम लगाने वाले असामाजिक तत्व अब ऐसा नहीं कर पाएंगे। इसके अलावा बारिश के समय ट्रैक पर होने वाले जलभराव में भी ट्रेनों के पहिए चलते रहेंगे। क्योंकि रेल विभाग देश के सबसे व्यस्त रेल ट्रैक में शुमार दिल्ली हावड़ा ट्रैक्टर सेंसर युक्त एक्सेल काउंटर ड्यूल डिटेक्शन सिस्टम लगाने जा रहा है। गाजियाबाद से कानपुर तक इन एक्सेल काउंटर कॉल लगाया जाएगा। फिलहाल रेलवे ने गाजियाबाद से दादरी के बीच इनका ट्रायल किया है। जो सफल हुआ है।

दिल्ली हावड़ा रेलवे ट्रैक पर प्रतिदिन तीन सौ के आसपास सुपर फास्ट, एक्सप्रेस और मालगाड़ी संचालित होती हैं। इस रेलवे ट्रैक पर मैनुअल सिग्नल प्रणाली संचालित है। इस प्रणाली से अक्सर शरारती तत्व छेड़छाड़ कर सिग्नल फेल कर देते हैं। जिस कारण काफी देर तक रेलगाड़ी ट्रैक पर ही खड़ी रहती है। इसके अलावा बारिश होने पर भी ट्रैक पर पानी भर जाता है जिस कारण सिग्नल फेल होते रहते हैं।

अब रेल मंत्रालय ने निर्बाध ट्रेन संचालन करने के लिए एक्स एल काउंटर फॉर ड्यूल डिटेक्शन मशीनें लगाने का निर्णय लिया है। इन मशीनों के लगने के बाद सिग्नल फेल होने पर भी ट्रेनों के पहिए नहीं थमेंगे। क्योंकि एक्स एल काउंटर फॉर डिटेक्शन लगने के बाद ऑटोमेटिक सिग्नल प्रणाली संचालित हो जाएगी। ऐसे में यदि सिग्नल फेल भी होगा तो इसकी सूचना रेलवे के कंट्रोल रूम को मिल जाएगी। इसके बाद रेलवे कर्मचारी मौके पर पहुंचकर सिग्नल को आसानी से ठीक कर सकेंगे।

गाजियाबाद से कानपुर तक लगाए जाएंगे एक्सेल काउंटर फॉर ड्यूल डिटेक्शन मशीनें
दादरी रेलवे स्टेशन के स्टेशन अधीक्षक मुनिराज मीणा ने बताया कि पहले चरण में रेलवे की ओर से एक्स एल काउंटर चार ड्यूल डिटेक्शन मशीनें गाजियाबाद से दादरी के बीच लगाई गई हैं। जिनका कुछ समय पहले रेलवे अधिकारियों द्वारा ट्रायल लिया गया। यह ट्रायल सफल हो गया है। इसके बाद रेलवे अधिकारियों ने गाजियाबाद से कानपुर तक एक्स एल काउंटर फॉर ड्यूल डिटेक्शन मशीनें लगाने का फैसला किया है।

एक्सेल काउंटर बार मॉड्यूल डिटेक्शन मशीनों मैं लगे होंगे सेंसर
स्टेशन अधीक्षक मुनिराज मीणा ने बताया कि ऑटोमेटिक सिग्नल प्रणाली में ट्रैक पर बिछाए गए सेंसर के माध्यम से सिग्नल नियंत्रित होते हैं। बारिश के समय ट्रैक पर पानी भरने से अक्सर फॉल्ट हो जाता है। जिस कारण सिग्नल प्रणाली काम करना बंद कर देती है। अब रेलवे की तरफ से एक्स एल काउंटर फॉर ऑडियो डिटेक्शन मशीनों में ऐसा उपकरण लगाया गया है जो सेंसर से लैस है। इस उपकरण के सहयोग से सिग्नल काम करते रहेंगे।

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