Google Image | प्रतीकात्मक फोटो
ग्रेटर नोएडा की निर्माणाधीन मोबाइल कंपनी में काम करने वाले मजदूरों ने शनिवार की सुबह फिर से हंगामा किया। मजदूरों ने एक कमरे में 18 से 20 मजदूरों को रखने और बाहर नहीं जाने देने का आरोप लगाया है। शुक्रवार की रात भी मजदूरों ने वेतन और आवास की मांग को लेकर जमकर हंगामा काटा था। पुलिस और सुरक्षा कर्मियों पर लाठीचार्ज का आरोप लगाया था। शनिवार की सुबह कंपनी प्रबंधन और मजदूरों की बीच वार्ता हुई। इस दौरान मज़दूरों को समझाया गया है।
कंपनी के मजदूरों ने शुक्रवार की रात वेतन और आवास की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया था। मजदूरों का आरोप था कि एक कमरे में 20 से 30 मजदूरों को रखकर कोरोना संकट काल में सामाजिक दूरी का उल्लंघन कराया जा रहा है। वहीं, कंपनी का मुख्य द्वार बंद रखा जाता है। मजदूरों को बाहर नहीं जाने दिया जाता। कंपनी के अंदर जरूरत के सभी सामान महंगे मिलते हैं। इन सब बातों का विरोध करने पर गार्ड उनके साथ मारपीट करते है। करने
का आरोप लगाकर हंगामा किया। पुलिस ने किसी तरह उन्हें समझाया था।
शनिवार की सुबह एक बार फिर मजदूर एकत्रित होकर हंगामा करने लगे। मजदूरों ने एक बार फिर लाठी चार्ज करने आदि का विरोध किया। सूचना पर पुलिस मौक पर पहुंच गई। पुलिस ने मजदूर और कंपनी प्रबंधन के बीच वार्ता कराई। इस वार्ता के दौरान भी दोनों पक्षों में जमकर नोकझोंक हुई। वार्ता के दौरान नियमों का उल्लंघन साफ दिखाई दिया। पुलिस ने दावा किया है कि दोनों पक्षों में वार्ता कराकर मामला निपटा दिया गया है।