इंडियन आर्मी में जल्दी बनेगी थिएटर कमान, जानिए क्या है यह और इसके क्या फायदे होंगे

इंडियन आर्मी में जल्दी बनेगी थिएटर कमान, जानिए क्या है यह और इसके क्या फायदे होंगे

इंडियन आर्मी में जल्दी बनेगी थिएटर कमान, जानिए क्या है यह और इसके क्या फायदे होंगे

Google Image | Indian Army Chief General M.M. Naravane & CDS Chief General Bipin Rawat

Indian Army Chief जनरल एमएम नरवणे ने बुधवार को एक बड़ी जानकारी साझा की है। उन्होंने कहा कि Chief of Defense Staff (सीडीएस) की नियुक्ति के बाद सैन्य सुधारों में अगला कदम युद्ध एवं शांति के दौरान सेना के तीनों अंगों की क्षमताओं में समन्वय के लिए एकीकृत थिएटर कमान स्थापित करने का होगा। जनरल नरवणे ने साथ ही यह भी कहा कि थिएटर कमान स्थापित करने की प्रक्रिया ''सुविचारित होगी और इसका परिणाम मिलने में ''कुछ वर्ष लगेंगे।

थलसेना प्रमुख सिकंदराबाद स्थित रक्षा प्रबंधन महाविद्यालय में एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हर किसी के लिए एकजुटता की भावना से काम करने की आवश्यकता है और राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को लेकर विश्वास अत्यंत महत्वपूर्ण है। नरवणे ने कहा कि वह भविष्य में सशस्त्र बलों के एकीकरण को लेकर आशावान हैं जो अनिवार्य है। थलसेना प्रमुख ने अपने संबोधन में सशस्त्र बलों के एकीकरण, थिएटर कमान स्थापित करने और आधुनिकीकरण सहित विभिन्न मुद्दों पर विचार व्यक्त किए।

थिएटर कमांड क्या है?

एक थिएटर कमांड एक संगठनात्मक संरचना है। जिसे सैन्य प्रभावों को प्राप्त करने के लिए युद्ध के एक थिएटर में सभी सैन्य परिसंपत्तियों को नियंत्रित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। भारतीय सेना द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, नरवणे ने कहा कि रक्षा सुधार प्रक्रिया में सीडीएस की नियुक्ति के बाद अगला महत्वपूर्ण कदम युद्ध एवं शांति के दौरान सेना के तीनों अंगों की क्षमताओं में समन्वय के लिए एकीकृत थिएटर कमान स्थापित करने का होगा। सरकार ने पिछले साल 31 दिसंबर को जनरल बिपिन रावत को सीडीएस के रूप में नियुक्त किया था। जनरल नरवणे की टिप्पणी ऐसे समय आई है जब पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ जारी गतिरोध से निपटने की तैयारियों के तहत थलसेना और वायुसेना लगातार मिलकर काम कर रही हैं।

थिएटर कमान कैसे बनेगी?

थिएटर कमान स्थापित करने का मतलब श्रमशक्ति और संसाधनों को तर्कसंगत बनाकर सेना के तीनों अंगों से एक खास संख्या में कर्मियों को संयुक्त सैन्य दृष्टिकोण के साथ एक सामूहिक कमांडर के तहत लाने से है। योजना के मुताबिक, प्रत्येक थिएटर कमान में थलसेना, वायुसेना और नौसेना की इकाइयां होंगी तथा वे सभी किसी विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए एक कमांडर के तहत काम करेंगी। वर्तमान में थलसेना, वायुसेना और नौसेना की अलग-अलग कमान हैं।

एक संयुक्त कमान को सैन्य टुकड़ी (सेना, वायु सेना और नौसेना) में एक 'थिएटर कमांड' कहा जाता है। यह एक वरिष्ठ सैन्य कमांडर की कमान में सभी बलों के संसाधनों को रखता है। उदाहरण के लिए पूर्व में एक 'थिएटर कमांड' भारतीय वायु सेना और सेना के घटकों को एकीकृत करेगा और इसके साथ नौसेना के घटक भी एकीकृत होंगे।
वर्तमान में एकमात्र संयुक्त कमान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में है।

अमेरिका भी भारत को दे चुका इनपुट

पेंटागन की रिपोर्ट के अनुसार, चीन अपनी युद्ध लड़ने की क्षमताओं में तेजी से आधुनिकीकरण कर रहा है। वहीं, दूसरी ओर भारतीय सशस्त्र बलों में चीन के खतरे से निपटने के लिए समन्वित दृष्टिकोण के मामले में विभिन्न मोर्चे पर कमी है। चाइना फ्रंटियर को पश्चिमी थिएटर कमान नियंत्रित करता है। जो वास्तविक नियंत्रण रेखा की पूरी 4057 किमी लम्बी लाइन को संभालता है। दूसरी तरफ भारतीय सेना में अभी भी असहमति की समस्या बरकरार है। ऐसे में भारत के लिए यूनिफाइड थिएटर कमांड के निर्माण की जरूरत है।

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