Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
कासना थाना पुलिस द्वारा नोट बदली करने वाले गिरोह का खुलासा करने के बाद अब पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है। आशंका व्यक्त की जा रही है कि पुरानी करेंसी बदलने के तार कहीं न कहीं नेपाल से जुड़े हो सकते हैं। हालांकि अभी इस मामले में पुलिस खुलकर कुछ नहीं बोल रही है। पुलिस की जांच के दायरे में प्राधिकरण, पुलिस और आरबीआई के अफसर-कर्मी आ गए हैं। जबकि इस पूरे घटनाक्रम में शामिल रहा सिपाही सचिन बैंसला को निलंबित कर दिया गया है। अभी भी आरोपी सिपाही अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
बता दें कि शनिवार को कासना पुलिस ने 500 व 1000 के पुराने नोट बदलने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था। इस मामले में 11 आरोपियों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। जबकि सिपाही सचिन बैंसला सहित पांच आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।
पुलिस के मुताबिक जांच में आरोपियों की संख्या बढ़नी है। इसमें अधिकारी और अधीनस्थ कर्मी भी शामिल हो सकते हैं। पुलिस की जांच खुद प्राधिकरण, आरबीआई बैंक और स्थानीय बैंकों के आसपास घूम रही है। इसके अलावा पुलिस विभाग के अधिकारियों की भी इस पूरे प्रकरण में संलिप्ता हो सकती है।
अभी तक की पुलिस जांच में सामने आया है कि नोटबंदी के तीन साल बाद कोई गिरोह या व्यक्ति पुराने 500 और 1000 के नोटों को जमा क्यों करेगा? ऐसे में गिरोह के तार आरबीआई से जुड़े होने से नकारा नहीं जा सकता है। अगर ऐसा है तो सिस्टम की बड़ी पोल खुलकर सामने आएगी। इसके अलावा प्राधिकरण का बाबू नोट बदली के धंधे में पिछले तीन साल से सक्रिय होने की भी बात सामने आ रही है। पुलिस को शक है कि प्राधिकरण के अन्य अफसर व कर्मी को पुराने नोट बदलने का झांसा देकर अपने गिरोह में शामिल किया गया है। हालांकि यह अभी जांच का विषय बना है।
गिरोह में सिपाही के शामिल होने की बात सामने आने के बाद खाकी की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। सिपाही के साथियों से भी वरिष्ठ अफसरों ने पूछताछ शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि कहीं संबंधित कोतवाली में तो नोटबंदी के गोरखधंधे का तो खेल नहीं खेला जा रहा था। हालांकि पुलिस के अधिकारी अभी गहनता से पूरे प्रकरण की प्रकरण करने की बात कह रहे हैं।
नेपाल से तार जुड़ने की आशंका
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि नोटबंदी के बावजूद 500 व 1000 के पुराने नोट को बदलने के तार कहीं न कहीं नेपाल से जुड़े हो सकते हैं। इसके लिए एक टीम को नेपाल भेजने की भी तैयारी की जा रही है। हालांकि मामले की जांच कर रहे अधिकारियों ने इस बात पर फिलहाल कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया है।
गिरोह में शामिल सिपाही सचिन बैंसला निंलबित किया गया
डीसीपी ग्रेटर नोएडा राजेश कुमार सिंह ने बताया कि पुराने नोट बदलने के धंधे में शामिल रहे बीटा-दो कोतवाली में तैनात सिपाही सचिन बैंसला को निलंबित कर दिया गया है। हालांकि अभी भी सिपाही फरार चल रहा है। उसके गिरफ्तार होने के बाद इस पूरे प्रकरण की परते अपने आप खुल जाएंगी।