Tricity Today | Suhas LY IAS
नोएडा और ग्रेटर नोएडा के 14 गांव व सेक्टर गौतम बुद्ध नगर जिला प्रशासन के लिए सर दर्द बन गए हैं। यहां लगातार कोरोनावायरस से जुड़े मामले सामने आ रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर इन गांवों में न तो ग्राम पंचायत हैं और न ही आरडब्लूए काम कर रही हैं। ऐसे में हालात से पार पाने के लिए जिलाधिकारी सुहास एलवाई में इन गांवों और सेक्टरों में कुछ विशेष इंतजाम किए हैं। इन सभी को जिलाधिकरी ने सील करने का आदेश जारी किया है।
गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने बताया कि 7 हॉट स्पॉट ऐसे हैं, जहां आरडब्लूए काम नहीं कर रही हैं। इनमें से चार ग्रीन जोन में तब्दील हो चुके हैं। लेकिन तीन अभी भी रेड जोन में शामिल हैं। इनमें नोएडा सेक्टर-22 का चौड़ा रघुनाथपुर गांव, नोएडा के सेक्टर-8, सेक्टर-5 की जेजे कॉलोनी और ग्रेटर नोएडा का कुलेसरा गांव शामिल हैं।
डीएम ने बताया कि इनके अलावा ग्रेटर नोएडा का तिलपता गांव, नोएडा का निठारी गांव, नोएडा का चोटपुर गांव, ग्रेटर नोएडा का ऐच्छर गांव, नोएडा का ककराला गांव, जेवर क्षेत्र का जोनचाना गांव, ग्रेटर नोएडा वेस्ट का बिसरख गांव, ग्रेटर नोएडा का बेगमपुर गांव, नोएडा में सेक्टर-9 और सेक्टर-10 की जेजे कॉलोनी में भी आरडब्लूए काम नहीं कर रही हैं। इन सारे गांवों में पंचायतें भी समाप्त हो चुकी हैं।
जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने बताया कि इन सारे आवासीय क्षेत्रों में घनी आबादी है। जहां कोरोनावायरस के संक्रमण फैलने का खतरा बहुत ज्यादा है। इन सभी को सील करने का आदेश दिया गया है। लोगों को जागरूक करने और बचाव के उपाय पुख्ता ढंग से लागू करने के लिए अतिरिक्त व्यवस्थाएं की गई हैं। हॉट स्पॉट में लागू किए गए नियमों का पालन तो इन क्षेत्रों में किया ही जाएगा, साथ ही अतिरिक्त उपाय भी किए गए हैं।
जिला प्रशासन ने यह उपाय किए हैं
1. इन सभी क्षेत्रों के स्थानीय पुलिस अधिकारियों को आदेश भेजा गया है कि सीलिंग के नियमों का पालन करवाएं और निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत लोगों के आवागमन पर पूर्णतया पाबंदी लगा दी जाए। इलाकों को पूरी तरह सील करके सोशल डिस्टेंशिंग का पालन करवाया जाए।
2. जिला निगरानी अधिकारी सुनील दोहरे को तीन-तीन अधिकारियों की टीम इन क्षेत्रों में नियुक्त करने का आदेश दिया गया है। यह टीम इन क्षेत्रों में जाकर लोगों को मास्क, सैनिटाइजर, सोशल डिस्टेंस और कोरोनावायरस के लक्षणों के बारे में व्यापक रूप से जागरूक करेंगी।
2. मुख्य चिकित्सा अधिकारी अमित विक्रम को आदेश दिया गया है कि इन सभी क्षेत्रों में डॉक्टर्स की टीम तत्काल भेजी जाए, जो कोविड-19 से प्रभावित व्यक्तियों के इलाज और क्वॉरेंटाइन करने की व्यवस्था करें। जिन लोगों को क्वॉरेंटाइन किया जाना है, उनको चिन्हित करके सूची भेजी जाए। कोविड-19 के निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत कार्यवाही सुनिश्चित की जानी चाहिए।
4. इन हॉटस्पॉट क्षेत्रों के संबंधित विकास प्राधिकरणों को भी आदेश भेजा गया है। प्राधिकरणों से कहा गया है कि इन क्षेत्रों में कोविड-19 के निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत घनी आबादी क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए सैनिटाइजेशन की कार्यवाही शुरू की जाए।
5. जिला पंचायत राज अधिकारी को आदेश दिया गया है कि ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण में उपलब्ध सैनिटाइजेशन मशीन को हासिल करें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी और जिला मलेरिया अधिकारी से सैनिटाइजेशन लिक्विड लेकर प्रत्येक गांव में सफाई कर्मचारियों के माध्यम से सैनिटाइजेशन करवाया जाए।
6. मुख्य चिकित्सा अधिकारी और प्रभारी अधिकारी सैम्पलिंग डॉ नेपाल सिंह को जिम्मेदारी दी गई है। वह कोविड-19 से संक्रमित व्यक्तियों की पहचान करने के लिए रेंडम सेंपलिंग करवाएंगे और जांच रिपोर्ट उपलब्ध करवाएंगे।