Tricity Today | Yogi Adityanath
उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार ने अमेरिका की विशाल कम्पनियों को कई सुविधाएं देने का प्रस्ताव दिया है। जिनमें फेडेक्स, यूपीएस, सिस्को, एडोब, लॉकहीड मार्टिन, हनीवेल, बोस्टन साइंटिफिक और कई अन्य कम्पनियां शामिल हैं। सरकार ने कहा है, यदि वे चीन के कारखानों को उत्तर प्रदेश में स्थानांतरित करते हैं तो इन वैश्विक कंपनियों को हर सम्भव छूट दी जाएगी।
कोरोना वायरस के कारण दुनिया में पैदा हुए वर्तमान हालात का उपयोग करने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान के बाद योगी आदित्यनाथ ने यह कदम उठाया है। पीएम ने कहा कि कोरोनोवायरस महामारी के प्रसार के मद्देनजर तमाम बड़ी कम्पनी चीन से बाहर निकलना चाहती हैं। यूपी सरकार ने अमेरिका से लगभग 100 निवेशकों और कंपनियों के साथ एक वीडियो सम्मेलन किया है।
उत्तर प्रदेश सरकार में एमएसएमई, निवेश और निर्यात प्रोत्साहन मामलों के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि उन्हें छूट देने के बारे में कई सवाल मिले हैं। अगर कंपनियां चीन से अपने ठिकानों को स्थानांतरित करती हैं, तो राज्य उन्हें बड़े लाभ देने की पेशकश कर सकता है। उन्हें बताया गया कि वे अपनी आवश्यकताओं के अनुसार टेलर्ड स्कीम्स हासिल कर सकते हैं।
उदाहरण के लिए, FedEx और UPS को बताया गया कि वे अपना परिचालन शुरू करने के लिए प्रस्तावित जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उपयोग कर सकते हैं। सिद्धार्थ नाथ सिंह ने यह भी कहा कि चिकित्सा उपकरणों के निर्माता बोस्टन साइंटिफिक की ओर से उन प्रोत्साहन के बारे में पूछा गया, जो यूपी पेश कर सकता है। उन्हें बताया गया कि राज्य उनकी आवश्यकताओं के अनुसार परिवर्तनों पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं। इसके अलावा मंत्री ने यह भी सुझाव दिया कि लखनऊ इस कंपनी के लिए एक उत्कृष्ट स्थान होगा। इसी तरह, लॉकहीड मार्टिन जैसी रक्षा फर्मों को बताया गया कि वे उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर का उपयोग कर सकते हैं।
कोरोनावायरस ने चीन के लिए स्थिति बदतर बना दी है। तमाम वैश्विक कंपनियां पहले से ही अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध के कारण अपने ठिकानों को स्थानांतरित करने का मन बना रही थीं। दोनों देशों के बीच व्यापार युद्ध उत्पादों की कीमतों में निरंतर वृद्धि कर रहा था, जो कंपनियों के लाभ मार्जिन को मार रहा था। हालांकि, भारत इस स्थिति से बाहर नहीं है। लेकिन केंद्र और राज्य इस बार विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं।
इस बीच, सिद्धार्थ नाथ सिंह ने अमेरिकी कंपनियों से कहा कि राज्य पहले ही विभिन्न प्रोत्साहन जैसे कि पूंजीगत सब्सिडी, भूमि सब्सिडी और प्रोत्साहन देने की घोषणा कर कर चुका है। 90 लाख MSME इकाइयां हैं, जिनका उपयोग कई उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है। राज्य सरकार ने हाल ही में चीन से स्थानांतरण करने की इच्छुक कंपनियों को आकर्षित करने के लिए राज्य की औद्योगिक नीति में संशोधन सहित उपायों पर चर्चा की है।
आपको बता दें कि लॉकडाउन से ठीक पहले जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए बिडिंग प्रोसेस पूरा हो चुका है। जिसे स्विट्जरलैंड की शीर्ष कंपनी ज़्यूरिख़ एयरपोर्ट ने हासिल किया है। लॉकडाउन के तुरंत बाद ज़्यूरिख़ एयरपोर्ट जेवर में निर्माण गतिविधियां शुरू करेगा। ऐसे में फेडेक्स और यूपीएस जैसी विशाल कार्गो कंपनियों के लिए जेवर एयरपोर्ट बड़ा लाभकारी साबित हो सकता है। उत्तर प्रदेश सरकार इन्हीं परिस्थितियों का लाभ उठाकर चीन से वापस जाने की तैयारी कर रही अमेरिकी कंपनियों को यहां लाने में जुटी है। उत्तर प्रदेश के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह के मुताबिक इस योजना में बड़ी कामयाबी मिलने की पूरी उम्मीद है।