ग्रेटर नोएडा वेस्ट में नासूर बनी ये परेशानी, यहां के निवासी खुद ही जिम्मेदार

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में नासूर बनी ये परेशानी, यहां के निवासी खुद ही जिम्मेदार

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में नासूर बनी ये परेशानी, यहां के निवासी खुद ही जिम्मेदार

Tricity Today | Greater Noida West

ग्रेटर नोएडा वेस्ट में परेशानियों के अंबार हैं। विकास प्राधिकरण, जिला प्रशासन और पुलिस समस्याओं के समाधान पर काम कर रहे हैं। लेकिन कुछ परेशानियों के लिए खुद यहां के निवासी जिम्मेदार हैं। ऐसी ही एक बड़ी परेशानी रोंग साइड में चलने वाले वाहन हैं। जिससे रोजाना हादसे हो रहे हैं। दूसरी ओर इस परेशानी से जागरूक और जिम्मेदार निवासी परेशान हैं। उनका कहना है कि लोगों का गैर जिम्मेदारी भरा यह रवैया केवल उनके लिए खतरनाक नहीं है, दूसरे लोगों के लिए भी बड़ा खतरा है।

अरिहंत आर्डेन सोसायटी में रहने वाले मनीष ने कहा, शहर की सड़कों, गोल चक्करों और यू-टर्न पर रोंग साइड चलना लोगों ने आम बात बना ली है। हद तो तब हो जाती है, जब पुलिस की गाड़ी के सामने लोग रोंग साठड निकलते हैं। मैंने खुद पुलिस वालों से शिकायत की कि आपके सामने लोग रोंग साइड जा रहे हैं। इस पर पुलिस वाले जवाब देते हैं, यह काम हमारा नहीं है। यह देखना ट्रैफिक पुलिस का काम है। मनीष आगे कहते हैं कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में केवल दो स्थानों गौर सिटी चौक और एक मूर्ति गोल चक्कर पर ट्रैफिक पुलिस वाले रहते हैं। बाकी सारी जगहों पर कोई देखने वाला नहीं है।

गौर सिटी ट्वेल्थ एवेन्यू में रहने वालीं प्रीति कामकाजी हैं। वह कहती है कि सुबह जब ऑफिस जाते हैं तो बड़ी संख्या में बाइक और कार वाले गौर सिटी के सामने वाले यू-टर्न से रोंग साइड आते-जाते हैं। लोग 200 मीटर आगे से घूमकर आना पसंद नहीं करते हैं। ऐसी क्या जल्दी कि 200 मीटर का रास्ता महज एक या दो मिनट में घूमकर नहीं आ सकते हैं। ऐसा ही हाल रात में होता है। रात को सड़कों पर असामाजिक तत्व हावी हो जाते हैं। सड़क किनारे कार लगाकर चार-छह युवक खड़े रहते हैं। जब महिलाएं गुजरती हैं तो जोर-जोर से हंसते हैं। प्रीति कहती हैं कि पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू होने के बाद हालात में सुधार आया है लेकिन कम आया है।

गौर सिटी में रहने वाले समाजसेवी आरएस उप्पल कहते हैं कि सड़क खराब हैं, बिजली नहीं आ रही है, स्ट्रीट लाइन नहीं हैं और लूटपाट हो रही हैं, यह सब हम ठीक नहीं कर सकते हैं। लेकिन, रोंग साइड चलना या नहीं सलना तो हमारे हाथ में है। कम से कम शहर का बाशिंदा होने के नाते मेरी भी तो कोई जिम्मेदारी बनती है। लोगों को खुद सोचना चाहिए कि रोंग साइड जाने से हादसा होगा, आज नहीं तो कल होगा। इससे न केवल खुद की जान जा सकती है बल्कि दूसरों की जान को भी खतरा है। हमने कई बार लोगों को समझाया है और सड़कों पर अभियान चलाए हैं। लोग सुधरने को तैयार नहीं हैं।

मीडिया कनेक्ट के सदस्य और गौर सिटी के निवासी रमन विवेक कहते हैं कि पुलिस को ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। मौके पर भारी जुर्माना लगाया जाए और रोंग साइड चलने वाले पर एफआईआर दर्ज की जाए। यह जानबूझकर आत्महत्या या दूसरे व्यक्ति की हत्या करने जैसा है। जब पता है कि रोंग साइड चलने से हादसा होगा तो फिर कैसे माफी दी जा सकती है। कुल मिलाकर लोग घोर लापरवाही कर रहे हैं। इसी कारण शहर के किसी न किसी चौराहे पर रोजाना हादसा हो रहा है।

गौर सिटी के सामने, एक मूर्ति गोल चक्कर, आम्रपाली कमर्शियल सेंटर, गौर मॉल, रेयान स्कूल के सामने, चेरी काउंटी हाउसिंग सोसायटी के समाने, अरिहंत आर्डेन सोसायटी के पास, बिसरख गोल चक्कर पर सबसे ज्यादा रोंग साइड वाहन आते-जाते हैं। इन सारे स्थानों पर ही रोजमर्रा कोई न कोई हादसा हो रहा है।

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