Tricity Today | बिसाहड़ा गांव
अब कोरोनावायरस का संक्रमण लगातार गांवों की ओर बढ़ रहा है। दादरी तहसील के बिसाहड़ा गांव में तीन लोग कोरोना वायरस से संक्रमित मिले हैं। जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में पहुंची। कोरोनावायरस से संक्रमित लोगों को साथ लेकर गई है। उन्हें अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है। संक्रमित लोगों के संपर्क में आने वाले लोगों की पहचान की जा रही है। बिसाहड़ा गांव के करीब आधे हिस्से को जिला प्रशासन ने सील कर दिया है स्वास्थ्य विभाग ने गांव में कंटेनमेंट ड्राइव शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के मुताबिक गांव का युवक ग्रेटर नोएडा की एक मोबाइल कंपनी में काम करता था। एक सप्ताह पूर्व वह कंपनी से कोरोना संक्रमित हो गया है। जिसके बाद उसके सम्पर्क में आने के कारण पिता और बहन भी संक्रमित हो गए हैं। स्वास्थ विभाग ने आधे गांव को सील कर दिया है। गांव को सेनेटाइज किया जा रहा है।
बिसाहड़ा गांव के ककरेट मौहल्ले का रहने वाला युवक ग्रेटर नोएडा की मोबाइल कंपनी में काम करता है। चीनी मोबाइल कंपनी के कई कर्मचारी कोरोनावायरस से संक्रमित हो गए हैं। इस युवक को भी कंपनी से ही कोरोनावायरस का संक्रमण हुआ है। जिसके बाद गुरुवार को उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। स्वास्थ्य विभाग ने कोविड-19 प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए युवक के संपर्क में आने वाले परिजनों और अन्य लोगों को क्वॉरेंटाइन किया था। उनका भी कोरोनावायरस टेस्ट करवाया गया था।
युवक की बहन और पिता के सैंपल लेकर होम क्वारंटाइन कर दिया था। अब शनिवार को पूरे परिवार की रिपोर्ट कोरोना पाॅजिटिव आ गई हैं। जिसके बाद गांव में हड़कंप मच गया है। अब पूरे परिवार का उपचार चिकित्सकों की निगरानी में अस्पताल में चल रहा है।
अब गांव में इन लोगों से मिलने वाले लोगों की सूची बनाई जा रही है। अब स्वास्थ विभाग इस बात का आॅकडा जुटाने में लगा है कि इस संक्रमित परिवार के संपर्क में गांव के कौन-कौन लोग आए थे। ऐसे लोगों को विभाग ने होम क्वारंटाइन कर दिया है और सैंपल लेकर जांच की जा रही है। शनिवार को गांव में दादरी तहसील से प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पुलिस के साथ पहुंचे। आधे गांव को सील कर दिया गया है।
अधिकारियों ने ग्रामीणों को बताया है कि कोरोनावायरस के संक्रमण से बचाव के लिए गांव से आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। गांव से लोग बाहर नहीं जाएं और बाहर के लोगों को गांव में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। ग्रामीणों को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने की चेतावनी दी गई है। साथ ही कहा गया है कि अगर लॉकडाउन और सीलिंग के नियमों का पालन नहीं करेंगे तो कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।