Google Image | कल चबूतरे पर महापंचायत में हुआ फैसला
हरियाणा के जींद जिले के पालवां गांव में शनिवार को सर्व जातीय दाडऩ खाप की महापंचायत हुई। पालवां गांव के चबूतरे पर बांगर के किसानों की इस महापंचायत में फैसला लिया गया है कि रविवार खाप दिल्ली बॉर्डर जाने के लिए पैदल कूच करेगी। बड़ी बात यह है कि शनिवार को ऐतिहासिक चबूतरे पर हुई खाप पंचायत में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी हिस्सा लिया है। ऐसा पहली बार देखने के लिए मिला है। किसानों ने बताया कि फिल्म ऐक्ट्रेस कंगना रनौत के किसानों पर आए बयान का विरोध करने के लिए महिलाएं पंचायत में बैठी थीं।
दाडऩ खाप की महापंचायत में अदाकारा कंगना रनौत, हरियाणा राज्य के कृषि मंत्री जेपी दलाल द्वारा किसान आंदोलन के बारे में दिए गए बयानों के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया गया है। दाडऩ खाप के प्रधान दलबीर खेड़ी मंसानिया ने यह जानकारी दी। इस महापंचायत में दाडऩ खाप के गांवों के अलावा चहल खाप, थुआ तपा के प्रधान के अलावा अनेकों गांवों से किसान भी पहुंचे थे। चबूतरे पर आयोजित किसान महापंचायत में महिलाओं ने भी हिस्सा लिया। हालांकि, अब तक खाप के चबूतरों पर महिलाएं कम ही आती हैं, लेकिन इस महापंचायत में महिलाओं की संख्या भी अच्छी-खासी रही।
किसानों ने कहा- कानून वापस लें नहीं तो इच्छा मृत्यु दें
महापंचायत में नये कृषि कानूनों के सरकार के वापस नहीं लेने की स्थिति में किसानों को इच्छा मृत्यु की इजाजत देने की मांग करने की बात कही गई है। छह दिसंबर को पालवां गांव से दिल्ली बॉर्डर पर जाने के लिए पैदल कूच करने का फैसला लिया। महापंचायत में मौजूद किसानों, महिलाओं ने हाथ उठा कर फैसले पर अपनी सहमति जताई।
हरियाणा प्रोग्रेसिव खापों में एक है दाडऩ खाप
हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और वेस्ट यूपी में करीब 200 खाप हैं। खाप गांवों का समूह होता है, जिनमें एक गोत्र और समान जातियों के लोग होते हैं। दाडऩ खाप भी पहचान हरियाणा की विकासवादी खाप के रूप में होती है। दाड़न खाप ने सीम (सीमा) लगते गांव को छोड़कर सारे गांवों में शादी करने की इजाजत दी। दादी के गोत्र में भी शादी करने की इजाजत देने वाली यह चुनिंदा खाप है। इस खाप ने करीब पांच साल पहले शादी में डीजे बजाने और फायरिंग करने पर पाबंदी लगाई थी। कन्या भ्रूण हत्या पर सख्ती से रोक लगाई है। बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए पौधरोपण अनिवार्य किया।