नोएडा और गाजियाबाद में हर तरफ आफत, सांस लेना मुश्किल, सड़क पर जाम और घर से निकलना खतरनाक

नोएडा और गाजियाबाद में हर तरफ आफत, सांस लेना मुश्किल, सड़क पर जाम और घर से निकलना खतरनाक

नोएडा और गाजियाबाद में हर तरफ आफत, सांस लेना मुश्किल, सड़क पर जाम और घर से निकलना खतरनाक

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो

नोएडा और गाजियाबाद शहर में आम आदमी का जीना मुहाल है। प्रदूषण के चलते सांस लेना मुश्किल है। कोरोना वायरस के डर के कारण घर से निकलना खतरनाक है। दिल्ली घेरे पड़े किसानों की वजह से ट्रैफिक जाम है। लिहाजा, आम आदमी घर, बाहर और सड़क पर आफत ही आफत का सामना करना पड़ रहा है।

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के प्रमुख शहर गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में बुधवार को वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में है। वायु गुणवत्ता सूचकांक ऐप समीर के अनुसार बुधवार की सुबह गाजियाबाद में एक्यूआई 430 दर्ज की गई है। बुलंदशहर में 419, दिल्ली में 381, नोएडा में एक्यूआई 400, ग्रेटर नोएडा में 410, हापुड़ में 178, फरीदाबाद में 324, गुरुग्राम में 304, आगरा में 357, बल्लभ गढ़ में 250, भिवानी में 182 और मेरठ में एक्यूआई 349 रही। वायु प्रदूषण बढ़ने की वजह से एनसीआर में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

गौतमबुद्ध नगर में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 148 नए मामले सामने आए हैं। जिससे यहां संक्रमण के मामले बढ़कर 22,978 हो गए हैं। जिला निगरानी अधिकारी डॉक्टर सुनील दोहरे ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 141 मरीज उपचार के बाद ठीक होकर 24 घंटे के अंदर अस्पताल से छुट्टी पा चुके हैं, वहीं विभिन्न अस्पतालों में 1,152 मरीजों का उपचार चल रहा है। दूसरी ओर फिल्म अभिनेता और भारतीय जनता पार्टी के सांसद सनी देओल भी संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। जिला निगरानी अधिकारी ने बताया कि अब तक जिले में 21,743 लोग संकमण मुक्त हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि संक्रमण से 83 लोगों की मौत हो चुकी है।

दूसरी और गाजियाबाद में पिछले 24 घंटों के दौरान 164 लोग कोरोनावायरस के संक्रमण की चपेट में आए हैं। हालांकि, जिले के कोविड-19 अस्पतालों ने 408 लोगों को स्वस्थ होने के बाद घर वापस भेज दिया है, लेकिन पिछले कुछ दिनों के दौरान संक्रमण के मामले एक बार फिर बढ़ रहे हैं। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग लोगों को लगातार सावधान रहने की हिदायत दे रहे हैं। अब तक जिले में संक्रमण की चपेट में आने की वजह से 93 लोगों की मौत हो चुकी हैं। अभी अस्पतालों में 1,283 लोगों का इलाज किया जा रहा है। जिले में अब तक 21,945 लोग इस संक्रामक बीमारी की चपेट में आए हैं।

दूसरी ओर गाजियाबाद में करीब एक सप्ताह से किसान दिल्ली घेरने के लिए यूपी गेट पर पड़े हुए हैं। जिससे शहर का ट्रैफिक पूरी तरह पटरी से उतर गया है। रोजाना ऑफिस आने-जाने वाले लोग बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को रोजाना कई-कई घंटे जाम में फंसे रहते हैं। नोएडा में आज करीब 24 घंटे बाद चिल्ला बॉर्डर पर ट्रैफिक खोल दिया गया है। नोएडा गेट पर दो दिन से बंद पड़ा ट्रैफिक शुरू हो गया है। अभी नोएडा-दिल्ली के बीच कालिंदी कुञ्ज मार्ग पर किसानों का कब्जा है। यहां ट्रैफिक ठप पड़ा है। किसानों के प्रदर्शन की वजह से दिल्ली-नोएडा लिंक रोड करीब 24 घंटे बंद थी। दिल्ली और नोएडा पुलिस ने बैरिकेट्स को हटा लिए हैं।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.