बड़ी खबर: दो डीएम सीबीआई ने गिरफ्तार किए, नोएडा से भी जुड़े तार

बड़ी खबर: दो डीएम सीबीआई ने गिरफ्तार किए, नोएडा से भी जुड़े तार

बड़ी खबर: दो डीएम सीबीआई ने गिरफ्तार किए, नोएडा से भी जुड़े तार

Tricity Today | Arrested Officers

सीबीआई ने दो आईएएस अधिकारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। दोनों अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। जम्मू-कश्मीर में कुपवाड़ा जिले के दो पूर्व जिला मजिस्ट्रेटों (डीएम), राजीव रंजन और इतरिस हुसैन रफीक को गिरफ्तार किया है। इन दोनों अफसरों पर पैसा कमाने के लिए बड़ी संख्या में जाली दस्तावेजों के आधार पर आर्म्स लाइसेंस जारी करने के आरोप हैं।

राजीव रंजन भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी हैं। जबकि, रफ़ीकी कश्मीर प्रशासनिक सेवा के अधिकारी थे, जो अब सेवानिवृत्त हैं। इन दोनों को जाली दस्तावेजों का आधार पर बड़ी संख्या में हथियार लाइसेंस जारी करने के संबंध में गिरफ्तार किया है। 

सूत्रों ने बताया कि रंजन और रफीक को चंडीगढ़ में सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया था। एजेंसी के लोगों ने मामले में उनकी कथित भूमिका को पाया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। उन्हें अदालत में पेश किया गया है।

सीबीआई ने उनका एक दिन का ट्रांजिट रिमांड हासिल किया और उन्हें जम्मू-कश्मीर ले गई। विशेष न्यायाधीश सीबीआई, श्रीनगर के सामने पेश किए गए, उन्हें 10 दिनों के लिए सीबीआई हिरासत में भेज दिया है। मामले के अनुसार, 2012 से 2016 की अवधि के दौरान, कुपवाड़ा सहित जम्मू-कश्मीर के विभिन्न जिलों के उपायुक्तों ने पैसा लेकर थोक में धोखाधड़ी और अवैध रूप से हथियार लाइसेंस जारी किए थे।

सीबीआई जांच के दौरान रंजन और रफ़ीक़ी की कथित भूमिका सामने आई। जिन्होंने क्रमशः 2015 से 2016 और 2016 से 2017 तक कुपवाड़ा के जिला मजिस्ट्रेट का पद धारण किया था। सीबीआई सूत्रों ने कहा कि जांच में पता चला है कि रंजन ने कुपवाड़ा में अपनी पोस्टिंग के दौरान लगभग 30,000 आर्म लाइसेंस जारी किए थे।

फरवरी में सीबीआई ने जम्मू और कश्मीर के विभिन्न जिलों के बंदूक डीलरों और अधिकारियों के एक समूह के रूप में काम करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। वह लोक सेवकों सहित अन्य सह-अभियुक्तों के साथ विभिन्न वित्तीय लेनदेन में लिप्त था। सीबीआई ने जेएंडके सरकार और भारत सरकार से सहमति मिलने पर 2018 में चंडीगढ़ में मामला दर्ज किया और मई 2018 में विजिलेंस ऑर्गनाइजेशन कश्मीर (VOK) पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर की जांच का जिम्मा संभाला।

मामले को संभालने के बाद CBI ने इन अफसरों परिसरों पर भी छापे मारे थे, जिनमें गुप्त दस्तावेजों की बरामदगी हुई। पिछले महीने नोएडा में भी एक इस सिलसिले में आईएएस दम्पत्ति के घर छापे पड़े थे। आईएएस रंजन भी नोएडा से जुड़े हैं। 2010 बैच के IAS अधिकारी राजीव रंजन वर्तमान में मेट्रोपॉलिटन रेगुलेटरी अथॉरिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और जम्मू विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष के पद पर तैनात थे। जबकि, रफ़ीक़ी सेवानिवृत्त हो चुके हैं। रफ़ीक़ी ने डायरेक्टर कमांड एरिया कश्मीर के रूप में भी काम किया था।

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