ग्रेटर नोएडा फ़िल्म सिटी को लेकर उद्धव ठाकरे ने योगी आदित्यनाथ को दी चुनौती, बोले- देखते हैं कौन मुंबई से बॉलीवुड को उठा ले जाएगा

ग्रेटर नोएडा फ़िल्म सिटी को लेकर उद्धव ठाकरे ने योगी आदित्यनाथ को दी चुनौती, बोले- देखते हैं कौन मुंबई से बॉलीवुड को उठा ले जाएगा

ग्रेटर नोएडा फ़िल्म सिटी को लेकर उद्धव ठाकरे ने योगी आदित्यनाथ को दी चुनौती, बोले- देखते हैं कौन मुंबई से बॉलीवुड को उठा ले जाएगा

Google Image | Yogi Adityanath & Uddhav Thackeray

ग्रेटर नोएडा में घोषित यमुना प्राधिकरण (Yamuna Authority) की फ़िल्म सिटी (Film City) को लेकर भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना के बीच तलवारें खिंच गई हैं। फिल्म सिटी (Film City) को लेकर चल रही अदावत में अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने सीधे उत्तर प्रदेश के मख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) पर निशाना साधा है। महाराष्ट्र के लिए फिल्म एंड मीडिया एंटरटेनमेंट पॉलिसी को लेकर एक वेबीनार का आयोजन किया गया। शुक्रवार को इस वेबीनार को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि फिल्म सिटी को मुंबई से उत्तर प्रदेश ले जाने की बातें चल रही हैं। ले जाइए, यह अच्छा होगा। अगर आपमें क्षमता है तो ले जाकर दिखाएं। महाराष्ट्र में हम भी कोशिश करेंगे कि गुणवत्तापूर्ण और अच्छी फिल्में बनें।

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि विश्वस्तरीय आधुनिक सुविधाओं का निर्माण करके मनोरंजन उद्योग को हर तरह का सहयोग देंगे। महाराष्ट्र सरकार की यह घोषणा इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि हाल ही में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया था कि दिल्ली के समीप ग्रेटर नोएडा में देश की सबसे बड़ी फिल्म सिटी बनाएंगे। इसके बाद से फिल्म सिटी को लेकर शिवसेना और बीजेपी के बीच अदावत चल रही है। भारतीय सिनेमा के जनक दादा साहब फाल्के को याद करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा कि एक मराठी मानुष ने इस फिल्म इंडस्ट्री की नींव रखी है। महाराष्ट्र उनकी जन्मभूमि और कर्मभूमि रही है। मनोरंजन और अभिनय के क्षेत्र में आज देश का सबसे बड़ा अवॉर्ड उनके नाम पर दिया जा रहा है। महाराष्ट्र सरकार इस परंपरा को कायम रखेगी।

उद्धव ठाकरे ने कहा कि बॉलीवुड इंडस्ट्री में अभी कई सारी परेशानियां और समस्याएं हैं। अब भी साउंड मिक्सिंग के लिए लोगों को लंदन जाना पड़ता है। यह तकनीकी रूप से कमजोर पक्ष है। उद्धव ने कहा, मुंबई में इसकी सुविधा क्यों नहीं हो सकती? इंडस्ट्री के सभी साझेदारों के साथ मिलकर सरकार बात करेगी और बेहतरीन आधुनिक सुविधाओं का विकास किया जाएगा। दिल्ली के करीब फिल्म सिटी बनाने के लिए योगी आदित्यनाथ के ऐलान के बाद उद्धव ठाकरे की घोषणाएं काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं। उन्होंने कहा, 'महाराष्ट्र में फिल्म निर्माण गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए और इसके लिए टेक्नोलॉजी चाहिए, जगह चाहिए। इस बारे में योजना बनाइए और प्राथमिकता तय करिए। सरकार इस पर जरूर काम करेगी।'

अपने पिता को याद करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा, 'बाल ठाकरे कार्ड्स के शो बनाया करते थे। मेरे पिता केवल राजनेता नहीं थे, वे एक आर्टिस्ट भी थे। एक कार्टूनिस्ट थे।' बॉलीवुड के दिग्गजों के साथ अपने पारिवारिक रिश्तों को याद करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री हमारे लिए परिवार की तरह है। हम इसका हिस्सा हैं।' आपको बता दें कि इससे पहले शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में भी योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि यूपी में फिल्म सिटी बनने के बाद भी मुंबई की फिल्म सिटी का महत्व कम नहीं होगा। दूसरी ओर शिवसेना ने बीजेपी पर आरोप लगाया था कि मुंबई से बॉलीवुड को दूसरी जगह ले जाने की साजिश की जा रही है। जिसे पूरा नहीं होने दिया जाएगा। मुंबई देश की सांस्कृतिक राजधानी है। करोड़ों लोगों को यहां रोजगार मिलता है, लेकिन कुछ दिनों से बॉलीवुड को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है।

इसी मुद्दे को अब आगे बढ़ाते हुए खुद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे जंग में कूद पड़े हैं। उन्होंने साफ तौर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को निशाना बनाया है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री को मुंबई से ले जाने की बात कह रहे हैं। ले जाइए हम भी देखते हैं, कैसे और कौन मुंबई से फिल्म इंडस्ट्री को उठाकर ले जाता है। इससे पहले अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए हुए भूमि पूजन में उद्धव ठाकरे को बुलाने और नहीं बुलाने के मुद्दे पर भी दोनों नेताओं के बीच तकरार हो चुकी है। हालांकि, पूर्व में योगी आदित्यनाथ और उद्धव ठाकरे के रिश्ते अच्छे रहे हैं। महाराष्ट्र में शिवसेना-भाजपा गठबंधन टूटने और कांग्रेस के साथ जाकर सरकार बनाने के बाद रिश्तों में खटास आई है।

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