Amity University | Samarth Pathak
किसी भी देश और समाज के उत्थान में वहां के युवाओं की भागीदारी बहुत महत्वपूर्ण होती है। युवाओं के निरंतर प्रयास से ही समाज नई दिशा में आगे बढ़ता है और अपनी नई पहचान स्थापित करता है। पर इसके लिए युवाओं का सही मार्गदर्शन किया जाना आवश्यक है। युवाओं में देश और समाज के प्रति जिम्मेदारी का अहसास और जरूरत के मुताबिक खुद को ढालने की क्षमता होनी चाहिए।
भारत में यूनाइटेड नेशन ऑफिस ऑन ड्रग्स एंड क्राइम के सूचना अधिकारी समर्थ पाठक एक वेबिनार में युवाओं को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम का आयोजन एमिटी यूनिवर्सिटी की तरफ से किया गया था। इसका विषय ‘सम्मिलित एवं लचीले समाज के विकास में युवा एक उत्प्रेरक - विश्व शांति एवं सतत विकास लक्ष्य के लिए आवश्यक’ रखा गया था। समर्थ पाठक इसी कार्यक्रम में युवाओं संग अपने विचार साझा कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि यूनाइटेड नेशन ऑफिस ऑन ड्रग्स एंड क्राइम, यूनाईटेड नेशन की एक विशेष शाखा है जो अपराध एंव नशे की लत को रोकने की दिशा में कार्य करती है। हमारे मिशन में युवाओं की भागीदारी सबसे अहम है। हम अपराधों को रोकने के लिए युवाओं को जागरूक करते है। समाज एंव विश्व में शांति की स्थापना में जनसंचार एक आवश्यक माध्यम है।
श्री पाठक ने यूनाईटेड नेशन के सतत विकास लक्ष्य के संर्दभ में जानकारी देते हुए कहा कि सतत विकास का लक्ष्य पूरे विश्व में शांति स्थापित करके सबको साथ लेकर चलना है। उन्होंने बताया कि विश्व के लगभग 200 देश कोरोना से प्रभावित हैं और स्वास्थ्य तथा दूसरी बुनियादी समस्यायों से जूझ रहे हैं।
श्री पाठक ने कहा कि युवाओं को समान दृष्टिकोण एंव आपसी सहयोग के साथ कार्य करना होगाउन्होनें कहा कि युनाईटेड नेशन की वेबसाइट पर कई जानकारी एंव डाटा उपकरण निशुल्क उपलब्ध हैं जिसका युवा उपयोग कर सकते है। युवाओं की सक्रिय भागीदारी के बिना किसी मिशन को सफल बनाना बहुत मुश्किल है।