Tricity Today | स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह और डीएम सुहास एल वाई
उत्तर प्रदेश के हेल्थ मिनिस्टर जय प्रताप सिंह ने बुधवार को गौतमबुद्ध नगर का दौरा किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर स्वास्थ्य मंत्री जिले में कोरोनावायरस के संक्रमण से जुड़ी परेशानियों और उनके निदान पर चल रहे काम की समीक्षा करने आए थे। इस दौरान उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए जय प्रताप सिंह ने कहा, "उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस के खिलाफ बहुत शानदार काम किया है। हम लोगों को जैसे-जैसे अनुभव होता गया, वायरस से बचाव और उपचार की गुणवत्ता बढ़ती गई।" उन्होंने आगे कहा, मंत्री ने विपक्ष के आरोपों पर कहा, "हमने अच्छा काम किया तो उनके पास बुराई करने के अलावा कोई मुद्दा नहीं है यूपी तो आसान टारगेट है।"
जय प्रताप सिंह बुधवार की सुबह सबसे पहले जिला चिकित्सालय पहुंचे। मंत्री ने अस्पताल में इलाज करवा रहे कोरोनावायरस से पीड़ित मरीजों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की। उन्हें मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। स्वास्थ्य मंत्री ने जिले में दो कोविड-19 अस्पतालों का दौरा किया है। उन्होंने होम आइसोलेशन में स्वतः उपचार ले रहे मरीजों से भी वर्चुअलली बातचीत की है। मंत्री ने लैब और इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम का भी जायजा लिया है।
नोएडा सेक्टर-59 में स्थित इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम में ही जय प्रताप सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान एक पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "दिल्ली में संक्रमण बहुत ज्यादा है। जिसका दुष्प्रभाव निसंदेह गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद पर पड़ रहा है। यही वजह है कि डीएनडी, चिल्ला बॉर्डर, मेट्रो स्टेशन और बस स्टॉपेज पर आने वाले कमयूटर्स का रैंडम टेस्ट करने का फैसला लिया गया है।" उन्होंने टेस्ट रिपोर्ट के बारे में भी जिला अधिकारी और मुख्य चिकित्सा अधिकारी से जानकारी ली। जय प्रताप सिंह से एक सवाल पूछा गया कि पड़ोसी सरकारें और विपक्ष का आरोप है कि उत्तर प्रदेश में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों की अंडररिर्पोटिंग की जा रही है। जय प्रताप सिंह ने कहा, "कल ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने 8 सबसे बुरी स्थिति वाले राज्यों के साथ समीक्षा बैठक की है। उसमें उत्तर प्रदेश शामिल नहीं है। इसके बावजूद भी हम लोग उस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े हुए थे।"
उन्होंने आगे कहा, "यह आरोप पूरी तरह निराधार है। उत्तर प्रदेश में बहुत शानदार काम किया है। जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन और भारत सरकार समेत कई स्वतंत्र एजेंसियों ने सराहा है। सही बात यह है कि उत्तर प्रदेश एक सॉफ्ट टारगेट है। विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। राज्य सरकार के कामकाज पर सवाल उठाने लायक उनके पास इशू नहीं है। लिहाजा, इस तरह की बेतुकी बातें करके वक्त बर्बाद कर रहे हैं।" एक अन्य सवाल के जवाब में जय प्रताप सिंह ने कहा, "पूरे उत्तर प्रदेश में कहीं भी सामुदायिक संक्रमण का फैलाव नहीं पाया गया है। कोरोनावायरस का संक्रमण राज्य में पूरी तरह नियंत्रित है। हम लोग कांटेक्ट ट्रेसिंग बहुत अच्छी तरह से कर पा रहे हैं। अब तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है, जिसमें हमारा स्वास्थ्य विभाग कांटेक्ट ट्रेसिंग को पूरा न कर पाया हो। राज्य का अमला कोई भी मरीज मिलने के 48 से 72 घंटे में उससे जुड़ी पूरी चैन का पता लगा लेता है। इस बेहतर ढंग से काम करने की बदौलत ही राज्य में संक्रमण को नियंत्रित करने में बड़ी कामयाबी मिल रही है।"