Greater Noida West: एलिगेंट विले सोसाइटी के बिल्डर पर कर्ज को लेकर हंगामा, फाइनेंस कंपनी सोसाइटी पर कब्जा लेने पहुंची, एडीएम ने दिया दखल

Greater Noida West: एलिगेंट विले सोसाइटी के बिल्डर पर कर्ज को लेकर हंगामा, फाइनेंस कंपनी सोसाइटी पर कब्जा लेने पहुंची, एडीएम ने दिया दखल

Greater Noida West: एलिगेंट विले सोसाइटी के बिल्डर पर कर्ज को लेकर हंगामा, फाइनेंस कंपनी सोसाइटी पर कब्जा लेने पहुंची, एडीएम ने दिया दखल

Tricity Today | Greater Moods West

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की एलीगेंट विले हाउसिंग सोसायटी में रहने वाले लोगों ने आज हंगामा किया है। दरअसल, बिल्डर ने प्रोजेक्ट निर्माण के लिए रिलायंस होम फाइनेस कंपनी से कर्ज लिया था। जिसका भुगतान नहीं करने पर कर्ज की शर्तों के मुताबिक शनिवार को सोसायटी की प्रॉपर्टी पर कब्जा लेने के लिए लोन देने वाली निजी कंपनी की एक टीम पहुंची। लोगों ने इस मामले को प्रशासनिक अधिकारियों के पास पहुंचाया है। जिसके बाद गौतमबुद्ध नगर के अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) ने ऋण देने वाली कंपनी को दखलअंदाजी करके अभी रोका है। साथ ही प्रशासन ने बिल्डर और कंपनी के पदाधिकारियों की संयुक्त वार्ता कराई। 

दूसरी ओर एलिगेंट विले हाउसिंग सोसायटी के निवासियों ने इस मामले को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने का फैसला लिया है। सोसाइटी के निवासियों का कहना है कि बिल्डर ने यह प्रॉपर्टी उन्हें बेच दी है। ऐसे में फाइनेंस कंपनी ने बिल्डर को दोहरा कर्ज दिया है। दरअसल, निवासियों ने भी अपने फ्लैट पर बैंकों से होम लोन ले रखा है। एक प्रॉपर्टी पर दो बार कैसे लोन दिया जा सकता है।  इस बारे में सोसाइटी के निवासियों का कहना है कि रिलायंस होम फाइनेंस कंपनी और बिल्डर के बीच मिलीभगत थी। जिसके चलते उसे पैसा चोरी छुपे दिया गया है।

एलीगेट विले वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष जितेंद्र कुमार झा ने बताया कि सोसायटी में करीब 700 से अधिक फ्लैट हैं। जिसमें करीब 100 परिवार रह रहे हैं। जबकि कई बायर्स प्रोजेक्ट निर्माणधीन होने की वजह से शिफ्ट नही हो सके हैं। उन्होंने बताया कि सोसायटी में शनिवार की सुबह फाइनेस कंपनी की तरफ से टीम ऋण का भुगतान न होने पर कब्जा करने के लिए आई थी। ऐसे में बायर्स ने एकजुट होकर एडीएम (वित्त एवं राजस्व) मुनेंद्र कुमार उपाध्याय को इस मामले की जानकारी दी। जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने मध्यस्थता करते हुए बिल्डर और कंपनी की बातचीत कराई। जिसमें दोनों की समस्या से हल किया जा सके।

उनका कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी निवासी और बायर्स एकजुट होकर कोर्ट के लिए रुख करने के लिए तैयारी कर रहे हैं। जिसके बाद इस मामले पर स्टे लिया जा सके। बिल्डर की लापरवाही से सभी परिवार अपनी छत को नहीं छोड़ सकते हैं। दूसरी ओर अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) मुनीन्द्र नाथ उपाध्याय ने बताया कि फाइनेंस कंपनी के प्रीतिनिधि और सोसाइटी के निवासियों की बातचीत हुई है। जिसमें कंपनी की तरफ से प्रोजेक्ट के लिए दी गई राशि के बारे में विस्तार से बताया गया है। ऐसे में निवासियों के सामने घर का संकट खड़ा हो रहा है। बायर्स की समस्या को देखते हुए प्रशासन बिल्डर से संपर्क करके तीनों पक्षों की जल्द बैठक कराएगा।

आपको बता दें कि एलीगेट विले प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने रिलायंस होम फाइनेंस से कर्ज लिया था। इस कर्ज का करीब 22 करोड़ रुपये अभी बकाया है। जिनका भुगतान बिल्डर फाइनेंस कंपनी को नहीं कर रहा है और डिफाल्टर हो गया है। अपने कर्ज की वसूली करने के लिए फाइनेंस कंपनी ने बिल्डर के खिलाफ मुकदमा कर दिया है। इस मामले को लेकर शनिवार को एडीएम फाइनेंस पर यहां तारीख मुकर्रर की गई थी। फाइनेंस कंपनी ने एलिगेंट विले हाउसिंग सोसायटी में शुक्रवार को एक नोटिस चस्पा कर दिया था। जिसमें लिखा गया था कि कर्ज की शर्तों के मुताबिक शनिवार या इससे पहले सोसाइटी की प्रॉपर्टी पर उनका अधिकार हो जाएगा। बिल्डर को कब्जा देना होगा, शुक्रवार की सुबह से सोसाइटी के लोग बेहद परेशान हैं।

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