Google Image | शाहबेरी
शाहबेरी में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। शाहबेरी में अवैध निर्माण करने और फ्लैट बेचने के आरोप में 6 मुकदमे और गैंगस्टर झेल रहे एक बिल्डर ने अब उसी प्लाट में निर्माण कार्य को बंद करवाने की शिकायत बिसरख पुलिस से की है, जिसके लिए उसे जेल भेजा गया था। इतना ही नहीं बिल्डर ने निर्माण होते कार्य का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया है। उसका आरोप है कि बिसरख थाना पुलिस उसकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं कर रही है। दूसरी ओर अवैध निर्माण करने वाले बिल्डर को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
बिल्डर ने जिस प्लॉट पर अवैध निर्माण करने का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है और बिसरख कोतवाली पुलिस को भेजा है, उस प्लॉट पर निर्माण करने तिलोक इलाहाबाद हाईकोर्ट ने लगा रखी है। उसके बाद भी काम चालू है। दूसरी ओर पुलिस दावा करती है कि शाहबेरी में कोई अवैध निर्माण नहीं हो रहा है।
शाहबेरी में जमीदोज हुई दो इमारतों में 9 लोगों की मौत हो गई थी। उसके बाद ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण, गौतमबुद्ध नगर पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टास्क फोर्स बनी। गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने इन मामलों की जांच करने और एक्शन लेने के लिए बाकायदा एसआईटी का गठन भी किया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर शाहबेरी में अवैध निर्माण करने वालों पर गैंगस्टर लगाया गया। मुकदमे दर्ज किए गए। गिरफ्तारी हुई और जिम्मेदार बिल्डरों को जेल भेजा गया। लेकिन अब एक बड़ा ही अजीबोगरीब और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिसमें पुलिस की लापरवाही या कारगुजारी खुलकर सामने आ गई है।
पुलिस प्राधिकरण और प्रशासन ने दावा किया की शाहबेरी में सभी अवैध निर्माण कार्य को बंद करवा दिया है। दूसरी ओर वीडियो के जरिए दावा किया गया है कि शाहबेरी में अवैध निर्माण जोरों पर चल रहा है। हालांकि, शाहबेरी में फ्लैट खरीदकर फंस चुके खरीदार भी लगातार शिकायत कर रहे हैं कि वहां बदस्तूर निर्माण जारी है। फ्लैट बेचे जा रहे हैं। रजिस्ट्री अभी की जा रही हैं।
अब अजीबोगरीब मामले के बारे में जान लीजिए
मैसर्स एकेजेे रियलटी प्राइवेट लिमिटेड के मालिक अनिल कुमार चौहान के खिलाफ भी खसरा संख्या 288ए में अवैध निर्माण करने के आरोप में विभिन्न धाराओं में 6 मुकदमें दर्ज किए गए। उन पर गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई भी की गई। अब अनिल कुमार चौहान का कहना है कि जिस अवैध निर्माण करने पर उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज हुए थे, उनके उसी प्लाट में अब भी अवैध निर्माण चल रहा है। इसकी शुक्रवार को उन्होेने वीडियो बनाकर वायरल की है। यहां तक की वह निर्माण कार्य को बंद करने के लिए कोर्ट से स्टे भी ले आए हैं।
अनिल कुमार चौहान का आरोप है कि उनके प्लाट में कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया है। अवैध निर्माण करके विला बना रहे हैं। बिसरख पुलिस, सीनियर अधिकारियों और मुख्यमंत्री तक से शिकायत कर चुके हैं। लेकिन पुलिस उनके प्लाट में अवैध निर्माण को रुकवा नहीं रही है। यहां तक कि आरोपी उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। उनका आरोप है कि अगर पुलिस ने उन्हें इस प्लाट पर निर्माण कार्य करने पर मुकदमा दर्ज कराया था तो अब उसी प्लाट पर निर्माण कार्य चलने की मैं खुद शिकायत कर रहा हूं, पुलिस कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है।
इस पूरी कहानी की हकीकत यह है
बिल्डर अनिल कुमार चौहान ने बताया कि शाहबेरी में बिल्डिंग बनाने के लिए उनकी 2 बीघा जमीन थी। शाहबेरी में दो इमारते गिरने से पहले ही इस जमीन को उन्होंने नोएडा के चार लोगों को बेच दिया था। इसकी रजिस्ट्री उनके नाम कर दी थी। उनके 3 करोड़ रुपये क्रेताओं की ओर बकाया निकल रहे थे। वह लोग रुपये नहीं दे रहे थे। जिसके चलते जमीन आरोपितों के नाम पर नहीं हो सकी। जमीन उनके नाम पर ही रही। दो इमारते गिरने के बाद पुलिस ने बिल्डरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करनी शुरू की।
अनिल कुमार चौहान का कहना है, "मेरी जमीन खरीदकर उस पर निर्माण करने वाले 4 लोगों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। क्योंकि जमीन मेरे नाम थी, इसलिए मेरे खिलाफ 6 मुकदमे दर्ज कर दिए गए। मैं कोर्ट से जमानत लेकर बाहर आ गया हूं। अब मेरी जमीन और आसपास की जमीन लेकर चारों आरोपी ने विला बना दिए हैं। जिसमें अभी भी निर्माण कार्य चल रहा रहा है। इस जमीन में एक प्लाट को आबादी में दर्ज कराया गया है। बाकी पर अवैध निर्माण हो रहा है।
पुलिस पर मिली भगत का आरोप
अनिल कुमार चौहान ने आरोप लगाया कि पुलिस ने मेरी जमीन खरीदकर उस पर कंस्ट्रक्शन करने वालों को बचाया है। मुझे मोहरा बनाकर फंसा दिया गया है। वह लोग आज भी शाहबेरी में अवैध निर्माण कर रहे हैं। पुलिस से आरोपितों ने साठगाठ कर ली थी। जिसके बाद उन पर मुकदमे दर्ज हुए। जबकि अवैध निर्माण से उनका कुछ लेना देना नहीं था।
अब अनिल कुमार चौहान कई बार बिसरख थाना पुलिस को इस पूरे मामले में शिकायत कर चुके हैं। अनिल कुमार चौहान का कहना है कि पुलिस अवैध निर्माण कर रहे लोगों को रोक नहीं रही है। उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज नहीं कर रही है। मैं अपनी जमीन पर अवैध निर्माण रोकने की खुद शिकायत कर रहा हूं। मेरे खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई हुई है, मैं अपनी जमीन को जब्त करने की बात कह रहा हूं। मैंने लिख कर दिया है कि मेरी जमीन की कुर्की कर ली जाए, लेकिन पुलिस ने कई बिल्डरों की जमीन कुर्क कर ली। मेरी जमीन कुर्क नहीं की है। अनिल कुमार चौहान का कहना है कि इन बातों से साफ पता चलता है कि बिसरख थाना पुलिस और आरोपियों की सांठगांठ है।