Tricity Today | गांव के चारों ओर नाकाबंदी
कोरोना वायरस से बचाव के लिए गौतमबुद्ध नगर के गांवों में नाकाबंदी शुरू हो गई है। ग्रामीणों ने बेरीकेडिंग करके पहरा देना शुरू कर दिया है ताकि बाहरी व्यक्ति गांव में प्रवेश ना कर सके। साथ ही लोगों से अपील कर रहे हैं कि घर पर रहकर ही इस बीमारी से बचा जा सकता है। कोई घरों से ना निकले। ग्रामीण दिन-रात पहरा दे रहे हैं।
कोरोना वायरस से बचाव और रोकथाम के लिए ग्रामीणों ने हाथ बढ़ाया है। शनिवार को दादरी क्षेत्र के अच्छेजा गांव के पास एक हाउसिंग सोसायटी में कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों के मिलने के बाद गांव दुजाना के लोग हरकत में आ गए। रविवार को दुजाना के दादी सत्ती मंदिर में बैठक हुई। इसमें तय किया गया कि इस खतरनाक बीमारी से तभी बचा जा सकता है, जब गांव में बाहरी लोगों की आवाजाही बंद की जाए। बताया गया कि कुछ लोग अब भी दुजाना मार्ग को बिसहड़ा और डासना-मसूरी की तरफ जाने के लिए प्रयोग कर रहे हैं।
इसके बाद दुजाना गांव के मुख्य मार्ग को दादी सत्ती युवा सुधार समिति और ग्राम वासियों ने मिलकर रविवार को बेरिकेडिंग करके बंद कर दिया है। केवल विशेष परिस्थितियों में या आपातकालीन सेवाओं में लगे लोगों के लिए ही मार्ग को खोला जाएगा। इसके लिए समिति और निहाल गार्डन की तरफ से 4 लोगों को व्यवस्था बनाये रखने के लिए जिम्मेदारी दी गई है। मतलब, नाकाबंदी पर हर वक्त 4 लोग पहरा दे रहे हैं।
गांव वालों का कहना है कि सरकार और जिला प्रशासन किस-किस का ध्यान रखेंगे। यह तो अपनी खुद की जिम्मेदारी है कि अपने गांव, कस्बे, गली, मोहल्ले और परिवार का ध्यान रखें। अगर हम इंतजार करेंगे कि पुलिस और प्रशासन आकर हमें बचाएंगे तो हम बच नहीं पाएंगे। सरकार ने पूरे देश में लॉक डाउन घोषित किया है तो उसका पालन करना और करवाना हर नागरिक की जिम्मेदारी है।
गांव वालों ने आगे कहा, हम अपने गांव वालों को जानते हैं। हमें यह भी पता है कि किसके घर में क्या परेशानी हो सकती है या कौन बिना वजह घर से बाहर जा रहा है। गौरतलब है कि गौतमबुद्ध नगर में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 27 हो चुकी है। केवल शनिवार को ही 10 नए मामले सामने आए हैं। जिसके बाद से पूरे गौतमबुद्ध नगर जिले के निवासियों में दहशत का माहौल बढ़ गया है। पहले के मुकाबले लोग अब ज्यादा एहतियात बरत रहे हैं। घरों से निकलने में भी परहेज कर रहे हैं। अब लोगों को समझ में आने लगा है कि यह परेशानी बढ़ी है और लंबे समय तक चलेगी।