Noida: निकले थे बुखार की दवा लेने और मिल गई मौत, अपने पहुंच नहीं सके तो डीएम ने करवाया संस्कार

Noida: निकले थे बुखार की दवा लेने और मिल गई मौत, अपने पहुंच नहीं सके तो डीएम ने करवाया संस्कार

Noida: निकले थे बुखार की दवा लेने और मिल गई मौत, अपने पहुंच नहीं सके तो डीएम ने करवाया संस्कार

Tricity Today | जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने करवाया संस्कार

नोएडा के निवासी अशोक सिंह घर से पत्नी के साथ बुखार की दवा लेने के लिए निकले थे, लेकिन अशोक सिंह को क्या पता था कि मौत उनका इंतजार कर रही है। गलगोटिया कॉलेज के क्वारंटाइन केंद्र से लेकर शारदा अस्पताल तक वह पूरी तरह स्वस्थ थे। फोन पर सभी से बात करते थे। हर बार वह अस्पताल से बाहर ले चलने की बात करते थे। उनके मन में कोराना का डर बैठ गया था। उनकी बातचीत से लगता था कि वह मानसिक दबाव महसूस कर रहे हैं। 

सोमवार की रात ग्रेटर नोएडा के शारदा मेडिकल कॉलेज में अशोक सिंह ने आखिरी साँस ली। परिवार का कोई अपना उनके अंतिम दर्शन नहीं करने पहुँच सका। पत्नी ने आखिर में गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई को लिखकर दिया कि वह अशोक सिंह का अंतिम संस्कार कर दें। इसके बाद डीएम ने नोएडा के सेक्टर-९४ में सीएनजी से अंतिम संस्कार करवाया है। 

नोएडा निवासी अशोक सिंह को बुखार आया तो वह दवा लेने के लिए पत्नी के साथ एक निजी अस्पताल पहुंच गए। इसके बाद जिला अस्पताल होते हुए वह जिम्स पहुंच गए और यहां से क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती कर दिए गए। अशोक सिंह में कोरोना जैसे कुछ लक्षण तो थे, लेकिन शुरुआत में उनकी पत्नी में कोई लक्षण नहीं थे। अपने मित्रों से अशोक सिंह ने बताया था कि उनके तीन बार नमूने लिए गए। तीसरी बार में दोनों पॉजिटिव पाए गए। शारदा पहुंचने के बाद अशोक सिंह सभी से बात करते थे। अपने स्वास्थ्य के बारे में बताने के साथ ही वह दूसरों की कुशलक्षेम भी लेते थे। सोमवार को अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी तो फिर बिगड़ती ही चली गई। फिर डॉक्टर तमाम प्रयासों के बाद उन्हें बचा नहीं पाए।

आईसीयू के बाहर घंटों खड़ी रहीं अशोक की पत्नी
कोरोना वार्ड से जब अशोक सिंह को आईसीयू में ले जाया जा रहा था तो उनकी पत्नी उन्हें देख रही थीं। वह फोन पर अपने संबंधियों से बार-बार यही कह रही थी कि कोई उन्हें देख नहीं रहा है। उनको परेशानी है। उनकी पत्नी ने बताया कि बाद में उन्होंने बोलना बंद कर दिया। वह यही बात कहकर रो पड़ती हैं। आईसीयू में जाने के बाद वह कई घंटे उसके बाहर ही खड़ी रहीं। बाद में उन्हें मेडिकल स्टाफ वार्ड में लेकर आया।  

वीडियो कॉलिंग से कराए अंतिम दर्शन
बेटी गुजरात और अशोक सिंह के परिजन बनारस में होने के चलते उनकी अंत्येष्टि में भी कोई नहीं आ सका। लॉकडाउन ने परिजनों की दूरी और बढ़ा दी। चाहकर भी उनके अपने नोएडा तक आ नहीं पाए। शारदा अस्पताल ने परिजनों को तकनीक के जरिये अंतिम दर्शन कराए। सेक्टर-94 स्थित अंतिम निवास से वीडियो कॉलिंग कर पत्नी और उनकी बेटी को उनके अंतिम दर्शन कराए गए। इस दौरान माहौल काफी गमगीन हो गया।

बेटी से डीएम ने बात की
गुजरात में रह रही अशोक की बेटी से डीएम सुहास एलवाई ने फोन पर बात की। उसे सांत्वना दी। डीएम ने अपना भी अनुभव साझा किया। डीएम ने उनकी बेटी से कहा कि आप परेशान मत होइये। पिता होने का गम वह समझ सकते हैं। यहां पर अंतिम संस्कार पूरे विधान के साथ कराया जाएगा।

गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने कहा कि अशोक सिंह की मृत्यु पर हम सभी लोगों को बहुत ज्यादा दुख है। उनके परिजनों से बात की गई लेकिन कोई भी वक्त पर नहीं पहुंच सका। उनकी बेटी गुजरात में हैं। बाकी पूरा परिवार वाराणसी में है। उनकी पत्नी और बेटी से बात करने के बाद अशोक सिंह का पूरे विधि विधान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया है। मैंने अशोक सिंह को पूरे गौतम बुद्ध नगर की जनता की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की है। अशोक सिंह का अंतिम संस्कार करवाने के लिए मैं खुद नोएडा के सेक्टर-94 शांति निवास पहुंचा था।

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