जेवर एयरपोर्ट के पास आशियाना बसाने का एक और मौका, यमुना प्राधिकरण की आवासीय भूखंड योजना अगले हफ्ते आएगी

जेवर एयरपोर्ट के पास आशियाना बसाने का एक और मौका, यमुना प्राधिकरण की आवासीय भूखंड योजना अगले हफ्ते आएगी

जेवर एयरपोर्ट के पास आशियाना बसाने का एक और मौका, यमुना प्राधिकरण की आवासीय भूखंड योजना अगले हफ्ते आएगी

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो

दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे देश के लिए ड्रीम प्रोजेक्ट जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास आशियाना बसाने का सपना पूरा करने का एक और मौका मिल रहा है। यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण आवासीय भूखंडों की योजना लेकर आ रहा है। इस योजना में छोटे, मध्यम और बड़े आकार के आवासीय भूखंड आवंटित किए जाएंगे। बड़ी बात यह है कि यह योजना यमुना एक्सप्रेस वे पर एक शानदार लोकेशन वाले सेक्टरों में लाई जा रही है। इसके प्रति अच्छा रुझान मिलने की उम्मीद है।

यमुना प्राधिकरण से मिली जानकारी के मुताबिक यह आवासीय भूखंडों की योजना अगले सप्ताह आने की उम्मीद है। इस योजना में 500 और 1000 वर्ग मीटर के भूखंड भी शामिल होंगे। ये आवासीय भूखंड जेवर एयरपोर्ट परियोजना के पास हैं। पहले यह योजना 15 अगस्त को आजादी की वर्षगांठ पर आनी थी।

योजना को रेरा में रजिस्ट्रेशन मिलने में देरी हुई

यमुना प्राधिकरण ने 15 अगस्त पर आवासीय भूखंडों की योजना लाने की तैयारी की थी। लेकिन रेरा में भूखंडों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी नहीं होने से योजना लांच नहीं हो सकी थी। अब रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी होने वाली है। उम्मीद है कि यह योजना अगले हफ्ते लांच कर दी जाएगी। पहले इस योजना में 120, 162, 200 और 300 वर्ग मीटर के भूखंड लाने की तैयारी थी। लेकिन अब एयरपोर्ट परियोजना के पास बड़ा भूखंड लेने वालों को भी एक विकल्प मिलने जा रहा है। इस योजना में अब 500 और 1000 वर्ग मीटर के भूखंड भी शामिल किए जाएंगे। इस योजना में करीब 1 हजार भूखंड होंगे।

एक महीने तक आवेदन करने का मौका मिलेगा

प्राधिकरण के अफसरों के मुताबिक, योजना में एक महीने तक आवेदन करने का मौका दिया जाएगा। इसके बाद ड्रा के जरिये आवंटन किया जाएगा। आवंटियों को भुगतान के तीन विकल्प दिए जाएंगे। एकमुश्त, दो किश्तों में और फिर छह साल की छमाही किश्तों का विकल्प मिलेगा। लोगों के पास जेवर एयरपोर्ट परियोजना के पास अपना आशियाना बनाने का मौका है।

जेवर एयरपोर्ट पर पूरी दुनिया की नजर

जेवर के पास बनने वाले नोएडा इंटरनेशनल ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट पर केवल जेवर ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं।  दरअसल, यह एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। यह दुनिया में पांचवा सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनाया जाएगा। एयरपोर्ट को बनाने के लिए ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी ने सबसे बदु बोली लगाकर ठेका लिया है। विश्वव्यापी कोरोना संक्रमण के कारण ठेका प्रक्रिया पूरी होने में वक्त लग रहा है।

दो दिन पहले ही यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने ठेका हासिल करने वाली कंपनी के साथ एग्रीमेंट करने की तारीख 15 अक्टूबर तक बढ़ा दी है। आपको बता दें कि इस परियोजना से राज्य को करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपए की आमदनी होने की उम्मीद है। इस परियोजना पर करीब 30 हजार करोड़ रूपये का खर्च आएगा।

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