Google Image | IAS Dr. Arun Veer Singh
Jewar Airport: जेवर में प्रस्तावित Noida International Airport को जमीन देने वाले 3627 परिवारों के लिए बड़ी खबर है। इनको अगले 8 महीने में घर बनाने के लिए टाउनशिप में प्लॉट मिलेंगे। जेवर एयरपोर्ट परियोजना के प्रभावित परिवारों को दूसरी जगह शिफ्ट करने के लिए नोडल एजेंसी Yamuna Authority है। इन भूखंडों के विकास पर करीब 350 करोड़ रुपये खर्च होंगे। 3627 परिवारों के लिए भूखंड विकसित किए जाने हैं।
यमुना प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में शनिवार को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। इसमें तीन रनवे और बनाने, 7 अक्टूबर को कंसेसन एग्रीमेंट करने और एयरपोर्ट सिटी की साइट का विकास करने की रिपोर्ट आदि शामिल हैं। सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि परियोजना से प्रभावित परिवारों को बसाने के लिए साइट का विकास प्राधिकरण करेगा। उन्होंने बताया कि इस पर करीब 350 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। यह काम 8 महीने में पूरा कर लिया जाएगा। जेवर बांगर में करीब 50 हेक्टेयर में इन परिवारों के लिए भूखंड विकसित किए जाने हैं। 3627 परिवारों को यहां पर बसाया जाना है। एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहीत की गई 1334 हेक्टेयर जमीन, 50 हेक्टयर जमीन परिवारों को बसाने व भूखंड विकास पर 4326 करोड़ रुपये खर्च किए जाने हैं।
जमीन खरीदने के लिए हुडको से 4000 करोड़ का कर्ज लिया
नया शहर बसाने और जमीन खरीदने के लिए 4 हजार करोड़ का ऋण प्राधिकरण ने लिया है। एयरपोर्ट के सिटी की साईट का विकास करने, नया शहर बसाने, जमीन खरीदने के लिए हुडको से 4 हजार करोड़ का ऋण लिया गया है। इससे लॉजिस्टिक और वेयर हाउसिंग हब के लिए जमीन खरीदी जाएगी। प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि इससे विकास को गति मिलेगी।
जेवर एयरपोर्ट से आवागमन के विकल्प बढ़ाने पर जोर
जेवर एयरपोर्ट से दिल्ली व अन्य शहरों के लिए कनेक्टिविटी (आवागमन के साधन) बढ़ाने के लिए प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। मैसर्स राइट‘स लिमिटेड इसके लिए काम कर रही है। बोर्ड ने कहा कि कनेक्टिविटी के सभी विकल्पों पर काम किया जाए।