Noida News : सोमवार को नोएडा के निठारी में स्थित 4 मंजिला इमारत में आग लग गई। उस समय पूरे इलाके में हड़कंप मच गया, जब सेक्टर-31 निठारी मेन रोड पर स्थित चौधरी हंसराज टावर कॉन्प्लेक्स में आग की लपटें निकलने लगी। इस आग की चपेट में 10 दुकानें और 6 बाइक पूरी तरीके से जल गई। फायर ब्रिगेड और पुलिस टीम ने 6 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया। दमकल विभाग की करीब 12 गाड़ियों ने 6 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पूरी तरीके से आग पर काबू पाया है, लेकिन इस भीषण हादसे में करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। जिन 10 दुकानों में आग लगी, वह दुकानें पूरी तरीके से चल चुकी हैं। वहीं, कॉन्प्लेक्स के बाहर खड़ी 6 बाइक भी जल चुकी है।
कब क्या हुआ
चौधरी हंसराज टावर कॉन्प्लेक्स में सोमवार की दोपहर 1:21 बजे आग लगने की सूचना प्राप्त हुई थी। सूचना मिलने के बाद 7 मिनट के भीतर 1:28 बजे नोएडा पुलिस के आला अधिकारी और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची। जिस समय फायर टेंडर मौके पर पहुंचे थे, उस समय आग ने विकराल रूप धारण कर लिया था। पुलिस टीम ने 1:40 बजे पूरे इलाके से रूट डायवर्ट करवाया, जिससे कोई जनहानि ना हो सके। उसके बाद 2:00 बजे तक नोएडा के डीसीपी और एडिशनल डीसीपी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और पूरे इलाके की घेराबंदी करके लोगों को सुरक्षित करवाया। सड़क पर चल रहे लोगों को कोई नुकसान ना हो, इसको लेकर भी डायवर्जन किया गया और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए।
हादसे के वक्त 100 से भी ज्यादा लोग बिल्डिंग में मौजूद थे
जांच के दौरान पता चला है कि 4 मंजिला मार्केट कॉन्प्लेक्स में करीब 40 से भी ज्यादा दुकानें और गोदाम है। इनमें से निचली मंजिल पर स्थित 10 दुकानों में आग लगी। आग सबसे पहले एक गोदाम में लगी थी। बताया जा रहा है कि एक गोदाम में शॉर्ट सर्किट हुआ था और उसके बाद आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और काफी तेजी के साथ फैलती गई। जिस समय बिल्डिंग में आग लगी थी, उस समय 100 से भी ज्यादा लोग बिल्डिंग में मौजूद थे। दमकल विभाग की करीब 12 गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर 6 घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया है।
पुलिस ने जनहानि होने से बचाई
जांच के दौरान यह बात भी सामने आई है कि चौधरी हंसराज टावर कॉन्प्लेक्स में आग को बुझाने की कोई उपकरण नहीं थी। कॉन्प्लेक्स में काफी रेस्टोरेंट भी थे, जहां पर गैस सिलेंडर रखे हुए थे। उन सभी को बिल्डिंग के बाहर निकाला गया। जिससे कोई बड़ा हादसा ना हो सके। हो सकता था कि अगर गैस सिलेंडर तक आग पहुंच जाती तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था और जनहानि भी हो सकती थी।