बैंकों का लोन नहीं चुका पाए 21 हजार परिवार संकट में घिरे, अब यह कार्रवाई होगी

नोएडा-ग्रेटर नोएडा : बैंकों का लोन नहीं चुका पाए 21 हजार परिवार संकट में घिरे, अब यह कार्रवाई होगी

बैंकों का लोन नहीं चुका पाए 21 हजार परिवार संकट में घिरे, अब यह कार्रवाई होगी

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  • लोगों ने नहीं चुकाया 2434 करोड़ रुपए का लोन
  • बैंक और जिला प्रशासन मिलकर करेगा वसूली
  • लॉकडाउन में गई नौकरी का बड़ा नुकसान
गौतमबुद्ध नगर के 21 हजार परिवारों के ऊपर सबसे बड़ा संकट आने वाला है। इन लोगों ने बैंकों से कर्ज लिया था। लेकिन वह अभी तक कर्ज नहीं चुका पाए हैं। जिसके बाद जिला प्रशासन और बैंक मिलकर इन लोगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने वाला है। 

लीड बैंक के प्रभारी ने बताया कि दिसंबर महीने में करीब 25 हजार से अधिक लोगों ने बैंक का लोन नहीं चुकाने पर नोटिस जारी किया था। उसके बावजूद भी अभी तक लोग अपना लोन चुका नहीं पाए हैं। इसके लिए काफी बार इन लोगों को नोटिस भी भेजा गया है। उसके बावजूद भी यह लोग बैंक का कर्जा वापस नहीं दे पाए। अब बैंक और जिला प्रशासन मिलकर इन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगा।

बैंक से मिली जानकारी के अनुसार इन लोगों पर करीब 3,549 करोड़ रुपये का कर्जा बकाया था। लेकिन इनमें से लोगों ने अभी तक 1100 करोड रूपए की राशि बैंक को वापस दे दी है। बाकी लोगों को भी बैंक ने नोटिस जारी कर जल्द से जल्द बैंक का पैसा वापस लौटाने को कहा था। लेकिन फिर भी लोगों ने नोटिस का कोई जवाब नहीं दिया। इस समय लोगों पर 2434 करोड़ रुपए का लोन बकाया है। जिसको चुकाने में लोग असमर्थ हैं। अब बैंक और जिला प्रशासन मिलकर इन लोगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करने वाला है। 

लीड बैंक के प्रभारी ने बताया कि बैंक ने लोन और कर्जा चुकाने के लिए 21000 लोगों की आरसी जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अब बैंक और जिला प्रशासन मिलकर इन लोगों से अपनी किस्त और कर्जा की वसूली करेगा। 

जिले में 42 बैंकों की 522 शाखाओं से 9.53 लाख उपभोक्ताओं को बैंक ने 60,926 को करोड़ रुपए का लोन दिया है। लॉकडाउन के बाद से बैंक की कोई किस्त ना देने वाले उपभोक्ताओं की संख्या 25,109 है। जिसमें से किस्त नहीं देने वाले लोगों पर 35,049 करोड़ रुपये का लोन है। इन बकायेदारों में सबसे ज्यादा उपभोक्ता होम लोन और कार लोन वाले हैं। नोटिस के बाद 3513 उपभोक्ताओं ने अपनी किस्तों को जमा किया है।

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