राष्ट्रीय लोक अदालत में 29 हजार मामलों का हुआ निस्तारण, 6200 से ज्यादा चालान जमा हुए, जानें अन्य कैटगरी का हाल

गौतमबुद्ध नगर: राष्ट्रीय लोक अदालत में 29 हजार मामलों का हुआ निस्तारण, 6200 से ज्यादा चालान जमा हुए, जानें अन्य कैटगरी का हाल

राष्ट्रीय लोक अदालत में 29 हजार मामलों का हुआ निस्तारण, 6200 से ज्यादा चालान जमा हुए, जानें अन्य कैटगरी का हाल

Tricity Today | माल्यार्पण करते जिला जज

Gautam Buddh Nagar: शनिवार, 11 सितंबर को जनपद के सूरजपुर में स्थित जिला न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस अदालत में कुल 29372 वादों का निस्तारण किया गया। जनपद न्यायाधीश अशोक कुमार-सप्तम की अध्यक्षता में इस अदालत का आयोजन किया गया। इसमें जनपद न्यायालय में कार्यरत न्यायिक अधिकारियों ने कुल 16390 मामले, राजस्व न्यायालय ने 6238, बैंक से जुड़े 462 मामले, बीएसएनएल के 25, एनपीसीएल के 2 मामले तथा यातायात संबंधित ई-चालान के 6255 वादों का निस्तारण हुआ। राष्ट्रीय लोक अदालत में 29372 वाद निस्तारित हुये।

राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायालयवार निस्तारित वादों का विवरण देतु हुये डीएलएसए के सचिव, जयहिंद कुमार सिंह ने बताया कि जिला जज अशोक कुमार-सप्तम ने 56 वादों का निस्तारण किया। आईपीएस जोश पीठासीन अधिकारी वाणिज्य न्यायालय ने 29 वाद, अशोक कुमार सिंह पीठासीन अधिकारी मोटरयान दुर्घटना दावा अधिकरण ने 70 मामले और अंगद प्रसाद पीठासीन अधिकारी परिवार न्यायालय ने 43 वादों का निस्तारण किया। 

वेद प्रकाश वर्मा अपर जिला जज प्रथम ने 4 मामले, दिनेश सिंह अपर जिला जज द्वितीय ने 1 वाद, पुष्पेन्द्र कुमार अपर जिला जज पंचम ने 3 मामले और निरंजन कुमार अपर जिला जज, पोक्सो कोर्ट प्रथम ने 2 मामलों का निस्तारण किया। मोना पवाॅर अपर जिला जज छष्टम ने 668 मामले,  मनोज कुमार प्रथम अपर जिला जज तृतीय ने 1 वाद, डॉ अनिल कुमार सिंह अपर जिला जज ने 2 मामले और राजीव कुमार वत्स अपर जिला जज ने 1 वादों का निस्तारण कराया। 
     
इनके अलावा राष्ट्रीय लोक अदालत के अन्तर्गत जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर, अपर जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी व तहसीलदार आदि न्यायालयों से राजस्व के 6238 वाद निस्तारित हुये।  राष्ट्रीय लोक अदालत के अन्तर्गत प्री-लिटीगेशन स्तर पर बीएसएनएल के 25 मामले , एनपीसीएल के 02 मामले, बैंक के 462 मामले तथा यातायात संबंधित ई-चालान से संबंधित 6255 समेत प्री-लिटीगेशन के 6744 मामले निस्तारित हुये। राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 29372मामलों का निस्तारण हुआ। इसमें समझौता धनरशि 25,97,82,819 मिली।

निस्तारित मामले और उनसे मिला राजस्व – 
  1. मोटरयान दुर्घटना प्रतिकर के निस्तारित 70 वादो में प्रतिकर की धनराशि 4,27,57,931 है।
  2. पारिवारिक मामले 62 निस्तारित हुये।
  3. दीवानी के 116 मामले निस्तारित हुये, जिसमें समझौता धनराशि 7,58,28,342 हैं।
  4. उत्तराधिकार प्रमाण पत्र के 18 वाद निस्तारित हुये, जिसमें आच्छादित धनराशि 4,28,53,500 है।
  5. लघु शमनीय प्रकृति के 14943 वाद निस्तारित हुये, जिसमें जुर्माना की धनराशि 34,54,690 मिली।
  6. श्रम के 9 मामले हल हुये। इनसे 1331409 रुपये की आय हुई। 
  7. धारा 138 एनआई एक्ट के 502 वाद निस्तारित हुये। इसमें सरकारी कोष को 12141213 रुपये की आय हुई।
  8. विद्युत अधिनियम के 668 मामले हल हुए। इसमें जुर्माना धनराशि 1,30,28,000 हैं।
  9. राजस्व के 6238 वाद निस्तारित हुये।
  10. अन्य प्रकृति के 2 वाद निस्तारित हुये।
  11. यातायात के ई-चालान से संबंधित 6255 वादों का निस्तारण हुआ। इससे जुर्माना धनराशि 54,26,800 मिली।

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