Noida News : पिछले 15 दिनों से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे गौतमबुद्ध नगर के किसानों के लिए बुधवार को बड़ी खबर सामने आई है। आगामी 20 दिसंबर को जिले के लगभग 400 किसान लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से संवाद करेंगे। इस दौरान किसान जिले की विभिन्न समस्याओं को मुख्यमंत्री के समक्ष रखेंगे।
किसान आंदोलन पर एक नजर
गौरतलब है कि पिछले महीने किसानों ने गौतमबुद्ध नगर के तीनों विकास प्राधिकरणों के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत की थी। किसान नेताओं रूपेश वर्मा, पहलवान सुखबीर खलीफा और गबरी मुखिया के नेतृत्व में इस आंदोलन ने जोर पकड़ा। किसानों ने अपनी मांगों को लेकर 2 दिसंबर को संसद कूच का ऐलान किया था, जिसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई। पुलिस ने हस्तक्षेप करते हुए कई किसान नेताओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इनमें से कुछ किसानों को शर्तों के आधार पर रिहा किया गया है।
ये हैं किसानों की मुख्य मांगे
भूमि अधिग्रहण के सापेक्ष किसानों को 10% आबादी भूखंड।
विशेष भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 के तहत किसानों की जमीन की उचित खरीद।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेशानुसार 64.7% अतिरिक्त मुआवजा।
स्थानीय कंपनियों में किसानों के परिवार के युवाओं को रोजगार।
अब लखनऊ कूच की तैयारी
प्राप्त जानकारी के अनुसार, जिला प्रशासन किसानों को बसों के माध्यम से लखनऊ ले जाने की व्यवस्था कर रहा है। वहीं, लखनऊ प्रशासन उनके ठहरने और अन्य व्यवस्थाओं में जुटा हुआ है। किसान नेताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री से यह संवाद उनकी समस्याओं को सरकार तक पहुंचाने का महत्वपूर्ण अवसर होगा।
शीतकालीन सत्र और मुख्यमंत्री से मुलाकात
इस समय उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा है। किसान शुक्रवार सुबह गौतमबुद्ध नगर से लखनऊ के लिए रवाना होंगे। देर शाम या शनिवार सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनकी मुलाकात संभावित है। किसानों और मुख्यमंत्री के बीच इस संवाद से समस्याओं के समाधान की उम्मीद जताई जा रही है। किसानों का मानना है कि मुख्यमंत्री का सीधा हस्तक्षेप उनके मुद्दों का स्थायी समाधान कर सकता है।
अफसरों की भूमिका पर सवाल
किसानों का कहना है कि जिला प्रशासन और विकास प्राधिकरण उनकी समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रहे। वहीं, प्रशासन का दावा है कि वह किसानों के हित में काम कर रहा है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि मुख्यमंत्री और किसानों की इस बैठक से क्या नतीजे निकलते हैं।