Noida News : नोएडा में लू (Heat wave) और गर्मी का प्रकोप चल रहा है, जिससे लोगों की जान पर खतरा मंडरा रहा है। आसमान से बरसती आग और जमीन पर गर्म हवाओं के कारण लोगों का जीवन दुश्वार हो गया है। जहां एक तरफ दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद में भीषण गर्मी की वजह से हीट वेव से पीड़ित मरीज भी अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। वहीं, इस भीषण गर्मी के चलते पिछले 24 घंटों में नोएडा सेक्टर-94 स्थित श्मशान घाट पर 45 लाशों को अंतिम संस्कार किया गया है, जबकि सामान्य रूप से यहां 10 से 12 शव आते हैं। इसके अलावा, पोस्टमार्टम हाउस में भी 40 शव पहुंचे हैं, जिनमें से अधिकांश की मृत्यु लू के कारण बताई जा रही है।
अंतिम निवास में पहुंच शव
नोएडा के सेक्टर-94 में श्मशान के साथ-साथ पोस्टमॉर्टम हाउस भी है। जानकारी के मुताबिक, शमशान में पिछले 24 घंटे में 45 शवों को आग दी गयी है। अंतिम निवास की देखरेख करने वाले महेश सक्सेना ने बताया कि आम दिनों में यहां पर 10 से 12 शव आते हैं लेकिन पिछले कुछ दिनों में गर्मी का प्रकोप बढ़ने से शवों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। जितने भी शव आये है उनके परिजन उनके साथ थे। ज्यादातर के मरने का कारण लू और गर्मी ही बताया गया है। वहीं, कुछ तस्वीरें पोस्टमार्टम हाउस से भी सामने आई है जो चिंताजनक हैं। वीडियो में शव जमीन पर पड़े है। मरने वालों के आंकड़े इतने अधिक हो गए हैं कि रखने के लिए डीप फ्रीजर भी प्रयाप्त नहीं है।
मरने वालों को मिलेंगे 2 लाख
इस त्रासदी को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने गर्मी से मरने वालों के परिजनों को 2 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। हालांकि, इस मुआवजे के लिए पोस्टमॉर्टम होना अनिवार्य है, ताकि मृत्यु का कारण निश्चित किया जा सके। यह स्थिति काफी चिंताजनक है, क्योंकि लू और गर्मी से प्रभावित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसी स्थिति से प्रशासन पर सवाल खड़ा होता है। नोएडा जैसे हाईटेक शहर में पीने के पानी व्यवस्था तक नहीं है। प्रशासन के मुताबिक, शहर के विभिन्न हिस्सों में ठंडे पानी की व्यवस्था की गई है, और लोगों को गर्मी से बचने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही, अस्पतालों में भी अतिरिक्त बेड और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
प्रशासन को एकजुट होकर काम करने की जरूरत
हालांकि, यह स्थिति अभी भी काफी गंभीर बनी हुई है, और लोगों से सावधानी बरतने की अपील की जा रही है। गर्मी से बचाव के लिए पर्याप्त तरल पदार्थ लेने, शरीर को ढका रखने और धूप में न निकलने जैसे उपायों को अपनाना महत्वपूर्ण है। साथ ही, किसी भी प्रकार की बीमारी या लक्षणों के उभरने पर तुरंत चिकित्सा सलाह लेनी चाहिए। इस संकटकाल में सभी को एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता है, ताकि और अधिक जानों को बचाया जा सके।