Noida : विद्युत निगम द्वारा बिल भुगतान नहीं करने वाले लोगों पर पर जनवरी के ताबड़तोड़ कार्रवाई की गई। उपभोक्ताओं के विद्युत कनेक्शन काटे गए। विद्युत निगम द्वारा उन पर बकाया बिल को जमा करवाने के लिए दबाव बनाए जाने के वजह उन्हें खुला छोड़ रखा है। दरअसल, जिले में यह दूसरा ही खेल चल रहा है। यहां पर कनेक्शन काटे जाने के बाद बकाएदार कटिया डाल कर बिजली जला रहे हैं। विद्युत निगम का उपभोक्ताओं पर करीब पांच सौ करोड़ रुपये का बकाया है।
करीब 50 मामले सामने आए
विद्युत निगम ने कनेक्शनों की जांच के लिए एक टीम गठित की थी। इस जांच में जनवरी महीने में करीब 50 ऐसे मामले सामने आए हैं। जहां पर कनेक्शन कटने के बाद बिल जमा कराने के बाद बकाएदार चोरी की बिजली जला रहे थे। इसमें 14 हजार उपभोक्ता हैं, जिन्होंने कभी कनेक्शन लेने के बाद कभी बिल जमा नहीं किया। इन पर करीब 500 करोड़ रुपये का बकाया है। बीते साल जोन में व्यावसायिक और तकनीकी हानि 7.7 प्रतिशत रही थी।
बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल
जनवरी के महीने में बड़े स्तर पर अभियान चलाने के बाद भी इस तरह के मामले सामने आना बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहा है। या तो विद्युतकर्मी अपने काम में लापरवाही बरत रहे हैं या फिर उनकी मिलीभगत से ही यह सब चल रहा है। बकाएदार भुगतान जमा करने के बजाए निगम को सीधे राजस्व का चूना लग रहा है। इससे निगम की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है। वहीं देखने वाली बात होगी बिजली विभाग चोरी की बिजली जलाने वाले बकायेदारों पर कार्रवाई करते हैं या नहीं?
इस मामले में विद्युत निगम के अधिकारियों का कहना है कि बिजली चोरी रोकने और बकाया वसूली को लेकर निगम सख्त है। अगर चोरी के प्रकरण में कोई भी विभागीय मिली भगत आती है तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी। मामले की जांच करवाई जा रही है।