Tricity Today | ग्रामीण क्षेत्रों में टेस्टिंग बढ़ाई गई
गौतमबुद्ध नगर में कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामले बेशक कंट्रोल हो गए हैं, लेकिन लगातार हो रही मौतों का सिलसिला अब भी जारी है। यह जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए सरदर्द बना हुआ है। रविवार की शाम को जारी रिपोर्ट के मुताबिक जनपद में कोरोना वायरस के 98 नए मामले मिले हैं। जबकि संक्रमण से 6 मरीजों की मौत हो गई है।
गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी डॉक्टर सुनील दोहरे ने बताया कि आज कोरोना संक्रमण के नए 98 मामलों की पुष्टि हुई है। हालांकि पिछले 24 घंटे में महामारी की वजह से 6 लोगों की जान चली गई है। इसके साथ ही जनपद में अब तक कोरोना से मृतकों की कुल संख्या 449 हो गई है। पिछले 24 घंटे में 380 मरीज कोरोना वायरस को मात देकर अस्पतालों से डिस्चार्ज हुए हैं। इस वक्त जनपद के विभिन्न अस्पतालों और क्वारंटीन सेंटर में 1184 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। गौतमबुद्ध नगर में अब तक कुल 60652 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं।
लॉकडाउन में मिली छूट
कोरोना वायरस के कम होते मामलों को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन में ढील दे दी है। आगामी 1 जून सुबह 7:00 से शाम 7:00 बजे तक कुछ शर्तों के साथ लोगों को कोरोना कर्फ्यू और लॉकडाउन में छूट मिलेगी। हालांकि कंटेनमेंट जोन के इलाके में प्रतिबंध लागू रहेंगे। इसके अलावा पूरे प्रदेश में नाइट कर्फ्यू शाम 7:00 बजे से सुबह 7:00 बजे तक प्रभावी रहेगा। पहले की तरह शनिवार और रविवार को वीकेंड कर्फ्यू भी जारी रहेगा। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों, अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस आयुक्त और सक्षम अधिकारियों को शासनादेश जारी कर दिया है।
गौतमबुद्ध नगर समेत 20 जिलों में नहीं मिली राहत
हालांकि जिन जनपदों में कोरोना वायरस के सक्रिय मरीजों की संख्या 30 मई को 600 से अधिक है, उनमें फिलहाल लॉकडाउन से कोई राहत नहीं मिली है। यूपी में ऐसे 20 जिले हैं, जहां सक्रिय मरीजों की संख्या आज 600 से अधिक है। ये जिले गौतमबुद्ध नगर, मेरठ, लखनऊ, सहारनपुर, वाराणसी, गाजियाबाद, गोरखपुर, मुजफ्फरनगर, बरेली, बुलंदशहर, झांसी, प्रयागराज, लखीमपुर खीरी, सोनभद्र, जौनपुर, बागपत, मुरादाबाद, गाजीपुर, बिजनौर और देवरिया हैं।
600 से कम सक्रिय मरीज होने पर मिलेगी छूट
इन जनपदों में स्वास्थ्य विभाग की रोजाना कोरोना रिपोर्ट की समीक्षा की जाएगी। जिस दिन एक्टिव केस की संख्या 600 से कम होगी, उस दिन इन जनपदों में भी कर्फ्यू में मिलने वाली ढील स्वतः लागू हो जाएंगी। इसी तरह अगर किसी जनपद में लॉकडाउन से राहत मिलने के बावजूद सक्रिय मरीजों की संख्या 600 से अधिक होती है, तो उस जनपद में भी लॉकडाउन के नियम लागू हो जाएंगे और सारी छूट समाप्त हो जाएगी। फिर से समस्त गतिविधियों पर रोक लगा दी जाएगी।