गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने 8 प्राइवेट हॉस्पिटल को मरीजों से ज्यादा राशि वसूलने का दोषी पाया है। इन सभी अस्पतालों के खिलाफ मिली शिकायतों की जांच के बाद इसकी पुष्टि हुई है। इसमें यथार्थ, प्रकाश, जेपी, जेआर और फेलिक्स हॉस्पिटल भी शामिल हैं। सभी अस्पतालों ने इलाज के नाम पर मरीजों और परिजनों से ज्यादा रकम वसूली थी। यथार्थ अस्पताल के खिलाफ दो मरीजों ने शिकायत दी थीं। दोनों सही पाई गईं है। हालांकि अब सभी हॉस्पिटल ने अतिरिक्त वसूली गई रकम मरीजों को वापस कर दी है।
शिकायतें हुई थीं
गौतमबुद्ध नगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दीपक ओहरी ने बताया कि अब तक सिर्फ 8 शिकायतें मिली थीं। इन सभी की जांच की गई। अस्पतालों को ज्यादा राशि लेने का दोषी पाया गया है। उनसे अतिरिक्त वसूली गई रकम को मरीजों को वापस करा दिया गया है। दरअसल गौतमबुद्ध नगर में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान लोगों ने निजी अस्पतालों पर आर्थिक शोषण के गंभीर आरोप लगाए। पीड़ितों ने कहा कि निजी अस्पतालों ने खूब मनमानी की है। मरीजों-परिजनों के साथ खुलकर लूट-खसोट की गई है। मामूली सुविधाओं के लिए भी मरीजों से भारी रकम ली गई। जेवर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक मार्मिक पत्र लिखकर अस्पतालों की जांच कराने का आग्रह किया था।
इन अस्पतालों ने ज्यादा रकम ली
अब अपनी जांच में गौतमबुद्ध नगर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने इन अस्पतालों में ज्यादा राशि लेने की शिकायत को सच पाया गया है। पीड़ितों ने नोएडा में स्थित NRI डायग्नोस्टिक सेंटर, दादरी में स्थित दुर्गा हॉस्पिटल, यथार्थ हॉस्पिटल, जेपी हॉस्पिटल ओमेगा-1 में स्थित प्रकाश हॉस्पिटल, जेआर और फेलिक्स हॉस्पिटल शामिल हैं। NRI डायग्नोस्टिक सेंटर ने 3500 रुपए मरीज को वापस किए हैं। जबकि दुर्गा हॉस्पिटल प्रबंधन ने 1.63 लाख रुपए का बिल संशोधित किया है। यथार्थ हॉस्पिटल ने मरीज के खाते में 35000 रुपये वापस किए हैं। दूसरे मामले में यथार्थ हॉस्पिटल ने पीड़ित को 10,300 रुपये का डिस्काउंट दिया है। जेपी हॉस्पिटल ने 9000 रुपये अतिरिक्त चार्ज किए थे और मरीज को वापस कर दिया है।
शिकायत मिलेगी तो होगी कार्रवाई
प्रकाश हॉस्पिटल में भी 75000 रुपये की अतिरिक्त राशि ली थी। इसे मरीज को छूट के तौर पर दी गई है। जेआर हॉस्पिटल पीड़ित से 60000 ज्यादा वसूले थे। जांच के बाद इस राशि को एडजस्ट किया गया है। इसके अलावा फेलिक्स हॉस्पिटल ने अतिरिक्त वसूले गए 4960 रुपए पीड़ित को लौटा दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने नोएडा दौरे के दौरान जिला प्रशासन को इस संबंध में आवश्यक आदेश दिए थे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ दीपक अहोरी ने जानकारी देते हुए बताया कि मरीजों से प्राप्त शिकायतों के आधार पर यह कार्यवाही सुनिश्चित की गई है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा यदि अन्य मरीजों की भी शिकायत प्राप्त होंगी, तो उनके संबंध में गहन जांच करते हुए ली गई अधिक धनराशि संबंधित मरीजों को वापस कराने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।