Noida News : बीती रात को उत्तर प्रदेश में 30 पीपीएस अफसरों के तबादले किए गए हैं। तबादला एक्सप्रेस काफी तेजी के साथ उत्तर प्रदेश में चल रही है। इस लिस्ट में नोएडा के एसीपी रजनीश वर्मा का भी नाम है। रजनीश वर्मा इमानदार और साफ छवि की पीपीएस अधिकारी हैं। रजनीश वर्मा का तबादला लखनऊ हुआ है।
पुलिस कमिश्नरेट के गठन से नोएडा में तैनात है रजनीश वर्मा
रजनीश वर्मा गौतमबुद्ध नगर में तब से है, जब से पुलिस कमिश्नरेट का गठन हुआ। आलोक सिंह के कार्यकाल से रजनीश वर्मा नोएडा में तैनात है। रजनीश वर्मा ईमानदार और साफ छवि के अफसर हैं। कोरोना काल के समय रजनीश वर्मा ने नोएडा शहर में शानदार काम किया था। उन्होंने पुलिस के साथ एक अच्छे नागरिक का भी कर्तव्य निभाया। पुलिस के साथ उन्होंने आम लोगों को शानदार सेवाएं पहुंचाने का काम किया।
किसान आंदोलन थमाने में अहम भूमिका
माना जाता है कि किसान आंदोलन के दौरान जब किसान नेता किसी से नहीं थम रहे थे तो रजनीश वर्मा और एडिशनल डीसीपी के पद पर तैनात रहे रणविजय सिंह ने किसानों को समझाते हुए उनको रोकने का काम किया था। नोएडा में एक समय ऐसा गया था कि किसान आंदोलन के समय ग्रामीणों ने कहा था कि वह केवल रणविजय सिंह और रजनीश वर्मा से ही बातचीत करेंगे। किसान इन दोनों अधिकारियों से ही बातचीत करके अपनी समस्याओं को बताते थे।
छोटे बच्चों के साथ क्रिकेट खेलते नजर आए थे रजनीश वर्मा
जब चिल्ला बॉर्डर पर किसानों ने डेरा डाला हुआ था तो रजनीश वर्मा किसानों को समझाने के लिए पहुंचते थे। वहां पर छोटे बच्चों और किसानों के साथ क्रिकेट भी खेलते थे। इस तरीके से उन्होंने पुलिस के साथ-साथ एक बेहतरीन इंसान का भी कर्तव्य निभाया। उनके ट्रांसफर होने के बाद नोएडा शहर में काफी पत्रकार दुखी है। लोगों का कहना है कि वह अधिकारियों में सबसे अच्छे और मिलनसार अफसर हैं। लोगों का कहना है कि रजनीश वर्मा के तबादले होने के बाद आम जनता से लेकर सामाजिक संगठन और आरडब्ल्यूए उनको कॉल करके बधाई दे रहे हैं। उनके ट्रांसफर से दुखी भी हो रहे हैं।