Google Image | नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ लोकेश एम
Noida News : नोएडा प्राधिकरण ने बुधवार को 15 बिल्डरों को बैठक में बुलाया था। लेकिन बिल्डर की तरफ से कोई भी प्राधिकरण नहीं पहुंचा। जिसके बाद सीईओ ने इन बिल्डरों की ईओडब्ल्यू जांच और बिना बिकी संपत्ति को अपने कब्जे में लेने के निर्देश दिए
जानिए पूरा मामला
अमिताभ कांत की संस्तुति के अनुसार, जिन 15 बिल्डरों ने सहमति नहीं दी और कुल बकाया राशि का 25 प्रतिशत जमा नहीं किया, उन्हें बुधवार को नोएडा प्राधिकरण बुलाया गया था। बैठक में एक भी बिल्डर नहीं आया। जिसके बाद सीईओ ने निर्देश दिए हैं। सीईओ लोकेश एम ने एसीईओ वंदना त्रिपाठी को निर्देश दिए कि अगर बकाया राशि जमा नहीं की जाती है, तो स्काईटेक कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड, कलर फुल स्टेट और ओमेक्स बिल्डकॉम प्राइवेट लिमिटेड की बिना बिकी इन्वेंट्री को सील कर दिया जाए और नीलामी के जरिए उनसे वसूली की जाए। इसके लिए स्थलीय निरीक्षण किया गया। जिसके बाद बिना बिकी इन्वेंट्री और खाली प्लॉट के बारे में जानकारी दी गई। इसे सील किया जाएगा।
29 बिल्डरों पर 6902 करोड़ रुपए बकाया
सीईओ ने बताया कि जो भी बिल्डर बकाया राशि का 25 प्रतिशत जमा नहीं करेगा, उसकी आर्थिक अपराध शाखा (EOW) जांच करेगी। इसके लिए प्राधिकरण ने ईओडब्ल्यू से संपर्क किया है। प्रत्येक बिल्डर की जानकारी, उनकी देनदारी, आवंटन पत्र और प्रभावित खरीदारों की पूरी जानकारी ईओडब्ल्यू को दी जाएगी। उनसे मार्गदर्शन लिया जाएगा। इसमें नोएडा क्षेत्र के 29 बिल्डर हैं। इन पर करीब 6902 करोड़ रुपए बकाया है। अगर ये पैसे जमा करवा दें तो 12616 फ्लैट खरीदारों की रजिस्ट्री हो सकती है।