Noida News : नोएडा और ग्रेटर नोएडा के 3 बड़े बिल्डरों पर गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई (Suhas LY IAS) ने बड़ी कार्यवाही की है। गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने गुरुवार को सुपरटेक, वेव मेगा सिटी और फ्यूचर वर्ल्ड बिल्डर पर कार्यवाही की है। सुपरटेक बिल्डर के 6 बैंक खाते 2 दिन पहले सीज किए गए थे। इनमें जमा एक करोड़ रुपए जिला प्रशासन ने जब्त कर लिए हैं। दूसरी तरफ ग्रेटर नोएडा वेस्ट में फ्यूचर वर्ल्ड बिल्डर का दफ्तर सील कर दिया गया है। जिला प्रशासन की टीम नोएडा में वेव मेगा सिटी बिल्डर का दफ्तर सील करने पहुंची थी। बिल्डर ने हाथों-हाथ ढाई करोड रुपए चुकाए हैं।
सुपरटेक के बैंक खातों से जब्त किए
सुपरटेक बिल्डर के खिलाफ करीब एक साल पहले उत्तर प्रदेश भू-संपदा विनियामक प्राधिकरण ने मुकदमों का फैसला सुनाते हुए फ्लैट खरीदारों को पैसा वापस लौटाने का आदेश दिया था। इन आदेशों पर सुपरटेक बिल्डर ने अमल नहीं किया। यूपी रेरा ने बिल्डर के खिलाफ रिकवरी सर्टिफिकेट गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन को जारी किए। डीएम के आदेश पर मंगलवार को एसडीएम सदर ने बिल्डर के 6 बैंक खाते सीज कर दिए। गुरुवार को इन बैंक खातों से एक करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं। जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने बताया कि यह धनराशि यूपी रेरा के आदेशानुसार फ्लैट खरीदारों को वापस लौटाई जाएगी।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में फ्यूचर वर्ल्ड का दफ्तर सीज
दादरी के उपजिलाधिकारी ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट में फ्यूचर वर्ल्ड बिल्डर के दफ्तर को सील कर दिया है। दादरी तहसील से रेवेन्यू डिपार्टमेंट की टीम गुरुवार की दोपहर बिल्डर के कार्यालय पहुंची। एसडीएम का आदेश चस्पा करके कर्मचारियों को बाहर निकाला गया। इसके बाद दफ्तर को सील कर दिया गया है। बिल्डर को कुर्की और नीलामी का नोटिस भी जिला प्रशासन की ओर से भेजा गया है। आपको बता दें कि फ्यूचर वर्ल्ड बिल्डर की हाउसिंग स्कीम में बड़ी संख्या में लोगों ने फ्लैट बुक करवाए थे। बिल्डर ने निर्धारित समय पर फ्लैट नहीं दिए। लंबा इंतजार करने के बाद फ्लैट खरीदारों ने यूपी रेरा का दरवाजा खटखटाया। करीब एक साल पहले रेरा ने बिल्डर को पैसा वापस लौटाने का आदेश दिया था। बिल्डर ने इस आदेश पर कोई कार्यवाही नहीं की है। रेरा की ओर से जारी किए गए रिकवरी सर्टिफिकेट के आधार पर गुरुवार को जिला प्रशासन ने बिल्डर का दफ्तर सील कर दिया है।
वेव मेगा सिटी बिल्डर का दफ्तर सीज करने पहुंचे अफसर
जिला प्रशासन ने नोएडा के वेव मेगा सिटी के खिलाफ भी गुरुवार को कार्रवाई की है। जिलाधिकारी के आदेश पर दादरी तहसील से अधिकारियों की टीम नोएडा सेक्टर-3 में वेव मेगा सिटी के कार्यालय पहुंची। कार्यालय को सील करने की प्रक्रिया शुरू की गई। जिससे कंपनी में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में कंपनी प्रबंधन ने एसडीएम दादरी से बातचीत की। बकाया धनराशि चुकाने के लिए रेवेन्यू डिपार्टमेंट की टीम को ढाई करोड़ रुपये का चेक सौंपा। इसके बाद राजस्व विभाग की टीम बाकी पैसा अगले 2 सप्ताह में चुकाने की चेतावनी देते हुए वापस लौट आई। आपको बता दें कि वेव मेगा सिटी के खिलाफ भी यूपी रेरा ने रिकवरी सर्टिफिकेट जारी किए हैं। बिल्डर निर्धारित वक्त में खरीदारों को उनके घर देने में नाकामयाब रहा है।
आम आदमी के हितों की रक्षा करना प्राथमिकता : सुहास एलवाई
गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने गुरुवार को हुई इस ताबड़तोड़ कार्यवाही के बारे में कहा, "फ्लैट खरीदारों और आम आदमी के हितों की रक्षा करना हमारी प्राथमिकता है। बिल्डरों को कानून के दायरे में रहकर काम करना चाहिए। यूपी रेरा या दूसरे विधिक निकायों के आदेशों का पालन करना सबकी जिम्मेदारी है। निर्धारित समय और रियायतें देने के बावजूद बिल्डर आम आदमी के हितों का ख्याल नहीं रख रहे हैं। लिहाजा, इस तरह की कड़ी कार्रवाई करना जरूरी है। जिन बिल्डरों के खिलाफ यूपी रेरा के रिकवरी सर्टिफिकेट जारी हो चुके हैं, उनसे वसूली करने का यह अभियान जारी रहेगा। सुपरटेक बिल्डर के एक करोड़ रुपए जब्त किए गए हैं। यह धनराशि फ्लैट खरीदारों को लौटाई जाएगी। वेव मेगा सिटी से मिला पैसा भी फ्लैट खरीदारों को मिलेगा। फ्यूचर वर्ल्ड बिल्डर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी है।