पूरे उत्तर प्रदेश में शुक्रवार की रात 8:00 बजे से सोमवार की सुबह 7:00 बजे तक वीकेंड लॉकडाउन लग गया है। वीकेंड लॉकडाउन और कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए नोएडा और ग्रेटर नोएडा में रहने वाले प्रवासी मजदूरों को अब जिले में सारी उम्मीदें खत्म होती दिख रही है। जिसकी वजह से वह दुबारा से पलायन करना शुरू कर रहे है।
नोएडा से प्रवासी मजदूरों का पलायन शुरू
नोएडा के छलेरा गांव में रहने वाले करीब एक दर्जन से ज्यादा मजदूर शनिवार को अपने घर के लिए पलायन कर गए है। नोएडा के सेक्टर-37 में स्थित प्रवासी मजदूर अपने घर के लिए रवाना होते दिखाई दिए। जब उनसे पूछा कि यह कहां जा रहे हैं तो मजदूरों ने बताया कि वह वापस अपने घर बिहार जा रहे हैं।
रोजी-रोटी तक नहीं कमा पा रहे मजदूर
प्रवासी मजदूरों का कहना है कि पिछली बार जब लॉकडाउन लगा था और कोरोना संक्रमण महामारी फैली थी तो वह अपने घर वापस चले गए थे। लेकिन हालत संभालने के बाद वह रोजी-रोटी कमाने के लिए वापस नोएडा में आ गए थे। लेकिन अब फिर दुबारा से स्थिति बिगड़ती हुई नजर आ रही है। इसलिए उन्होंने वापस अपने घर जाने का फैसला लिया है।
नाइट कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन बना मजबूरी
प्रवासी मजदूरों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के दौरान सरकार ने वीकेंड लॉकडाउन लगा दिया है। इसके अलावा रोजाना रात के 8:00 बजे के बाद वह मजदूरी भी नहीं कर सकते हैं। वह नोएडा में सब्जी मंडी में सब्जियां लगाने का काम करते थे। वह बाजारों में सामान बचते थे। लेकिन नाइट कर्फ्यू लगने से उनके रोजगार पर काफी गहरा असर पड़ रहा है। हालत हो गई है कि वह नोएडा में रहते हुए भी अपनी रोजी-रोटी नहीं चला पा रहे हैं। जिसकी वजह से हालत लगातार खराब होती जा रही है।
नहीं दिखा और कोई रास्ता
शनिवार और रविवार को बाजारों में लोग सब्जी खरीदने और अन्य सामानों खरीदने जाते हैं। लेकिन सरकार द्वारा लगाए गए वीकेंड लॉकडाउन लगने के बाद लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकलते हैं। इस परेशानी में उन्हें कोई अलग रास्ता दिखाई नहीं दे रहा है। जिसकी वजह से उन्होंने वापस अपने घर जाने का फैसला लिया है।