Noida News : नोएडा और ग्रेटर नोएडा के 100 से अधिक गांवों के किसान लगातार अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं। यहां के किसानों ने डीएम, प्राधिकरण कार्यालय, विधायक और सांसद का घेराव कर कई बार विरोध भी किया है। पिछले गुरुवार को किसानों ने दिल्ली कूच भी किया था लेकिन बीच रास्ते में पुलिस ने उन्हें रोक लिया। आला अधिकारियों की तरफ से आश्वासन दिया गया कि उनकी समस्याओं को जल्द सुना जाएगा। इस सिलसिले में मंगलवार को जिला कलेक्ट्रेट ऑफिस में नोएडा, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण सीईओ के अलावा पुलिस आयुक्त और जिलाधिकारी के साथ किसानों की बैठक हुई।
हाई पावर कमेटी का गठन
भारतीय किसान परिषद के अध्यक्ष सुखबीर पहलवान ने बताया कि जिले के बड़े अफसरों के साथ करीब तीन घंटे तक बैठाक चली। इस बैठक में प्रशासन के अधिकारियों को अपना पक्ष रख दिया है। किसानों की मांगों को लेकर समाधान होना चाहिए नहीं तो किसान अपना निर्णय लेने में स्वतंत्र हैं। नोएडा प्राधिकरण, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और नोएडा एनटीपीसी पर धरना जारी रहेगा। अगर अगले 150 घंटे में हाई पावर कमेटी का गठन नहीं हुआ तो आंदोलन को तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली दूर नहीं है। इस बार जिले के संयुक्त किसान मोर्चा के करीब 10 हजार लोग 18 फरवरी के बाद दिल्ली कूच करेंगे।
किसान को आंदोलन की जरूरत क्यों पड़ी : किसान नेता
सुखबीर खलीफा ने बताया कि किसान बढ़ा हुआ मुआवजा, स्थानीय लोगों को रोजगार, 10 प्रतिशत प्लॉट और आबादी की समस्या के पूर्ण निपटारे की मांग कर रहे हैं। किसान जनप्रतिनिधियों के साथ ही जिला प्रशासन के अधिकारियों से भी नाराज हैं। वे भी उनकी मांगों को ऊपर तक नहीं पहुंचा रहे हैं। उन्होंने बताया कि हमने एनटीपीसी और नोएडा प्राधिकरण को काफी समय दे दिया है। लेकिन, अब तक हमारी मांगों को लेकर सिर्फ कागजी खानापूर्ति की जा रही है। इसलिए अब मजबूरन आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
एनसीआर का ट्रैफिक प्रभावित
पंजाब हरियाणा के किसानों के दिल्ली कूच के चलते पूरे एनसीआर का ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है। ऐसे में नोएडा, ग्रेटर नोएडा, दिल्ली, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम पुलिस ने एडवाइजरी भी जारी की है। लेकिन इस आंदोलन का असर जगह-जगह पर भारी जाम के जरिये देखने को मिल रहा है। एनसीआर के कई इलाकों से किसान इस आंदोलन में शामिल होने जा रहे हैं। ऐसे में नोएडा के डीएनडी फ्लाईओवर पर भारी जाम देखने को मिला है। जाम से बचने के लिए जगह-जगह पर भारी पुलिस बल तैनात हैं।