Tricity Today | नोएडा मीडिया क्लब में प्रेस वार्ता
Noida News : नोएडा के गांवों के लिए अच्छी खबर है। एक अमेरिकी गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) गांव में महिलाओं और बच्चों के लिए काम करेगा। यह एनजीओ महिलाओं और बच्चों की विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं पर फोकस करेगा। इसकी शुरुआत छलेरा गांव से होगी। एनजीओ की संस्थापक और कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को शहर के नोएडा मीडिया क्लब में पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने बताया कि एनजीओ की संस्थापक नोएडा शहर की रहने वाली हैं और फिलहाल अमेरिका में रहकर भारत के विभिन्न राज्यों में ग्रामीण और वंचित लोगों की मदद कर रही हैं।
अमेरिकी एनजीओ 'हॉप बी-लिट' ग्रामीण महिलाओं और बच्चों के लिए काम करता है। एनजीओ के संस्थापक रूही उर्फ़ रोहिणी हक हैं। रोहिणी नोएडा शहर के जाने-माने पूर्व सैनिक और समाजसेवी ब्रिगेडियर अशोक हक की बेटी हैं। रोही ने बताया, "एनजीओ लॉस एंजेलिस बेस्ड है। इसका उद्देश्य महिलाओं और बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाना है। जिससे ग्रामीण समाज में जीवन गुणवत्ता सुधर सके। एनजीओ की शुरुआत छोटी-छोटी कार्यशालाओं से हुई। आज अमेरिका की तमाम बड़ी कंपनियां इस गैर सरकारी संगठन को वित्तीय और तकनीकी समर्थन दे रहे हैं।"
रोहिणी ने आगे बताया कि उनका एनजीओ अमेरिका, भारत, मेक्सिको, अफ्रीका और दुनिया के तमाम हिस्सों में बच्चों व महिलाओं के लिए काम कर रहा है। अब तक पूरी दुनिया में 3,000 से ज्यादा जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया जा चुका है। गुरुवार को नोएडा मीडिया क्लब में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान रूही हक ने अपनी पूरी टीम को रूबरू करवाया। उन्होंने कहा, "स्वस्थ गांव-स्वस्थ भारत, यह हमारा मूल मंत्र है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कनफेडरेशन ऑफ एनसीआर रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष पीएस जैन, उपाध्यक्ष अशोक हक और नोएडा विलेज रेजिडेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रंजन तोमर भी मौजूद रहे।
रूही के एनजीओ ने नोएडा में काम करने के लिए कई गैर सरकारी संगठनों जैसे वाईएसएस और पिंकिश फाउंडेशन से सहयोग हासिल किया है। अमेरिका में प्रसिद्ध चिकित्सक डॉक्टर केरन राजू, डॉ.डोली मौर्य। शालिनी गुप्ता, राधा भट्ट, दिव्या चोपड़ा समेत बड़ी संख्या में दिल्ली-एनसीआर के चिकित्सकों की टीम नोएडा के ग्रामीण इलाकों में काम करेगी। रूही हक ने बताया कि नोएडा के ग्रामीण इलाकों में इस अभियान की शुरुआत 17 दिसंबर से होगी। उस दिन शिविर सुबह 9:00 बजे से दोपहर बाद 4:00 बजे तक चलेगा। गांव के प्राचीन मंदिर और सामुदायिक केंद्र में आयोजन होगा। उम्मीद है कि छलेरा और आसपास के गांवों से करीब एक हजार महिलाएं और बच्चे शिविर में हिस्सा लेंगे। महिलाओं और युवतियों को कंबल, सैनिटरी पैड, ओरल किट और सिलाई मशीन वितरित करेंगे।