एमिटी यूनिवर्सिटी ने औषधीय खेती का महत्व समझाया, जेवर क्षेत्र के इस गांव में जुटे किसान

गौतमबुद्ध नगर : एमिटी यूनिवर्सिटी ने औषधीय खेती का महत्व समझाया, जेवर क्षेत्र के इस गांव में जुटे किसान

एमिटी यूनिवर्सिटी ने औषधीय खेती का महत्व समझाया, जेवर क्षेत्र के इस गांव में जुटे किसान

Tricity Today | एमिटी यूनिवर्सिटी ने औषधीय खेती का महत्व समझाया

Gautam Buddh Nagar: एमिटी कृषि प्रसार सेवा केन्द्र एमिटी विश्वविद्यालय ने औषधीय पौधों की खेती पर एक दिवसीय किसान क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन किया। इसे जेवर ब्लॉक के गांव शरकपुर में राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक के सहयोग से किया गया। इस कार्यक्रम में लगभग 40 किसानों ने हिस्सा लिया। 

उनके साथ नाबार्ड के सहायक महाप्रबंधक चंचल गौतम, एमिटी कृषि प्रसार सेवा केन्द्र की प्रभारी डॉ नीतू सिंह व एमिटी कृषि प्रसार सेवा केन्द्र वरिष्ठ शोध अधिकारी रोशन लाल और जिले के कृषि विभाग के विशेषज्ञों ने भाग लिया। नाबार्ड के सहायक महाप्रबंधक चंचल गौतम ने एमिटी कृषि प्रसार सेवा केन्द्र की तरफ से किसानों को जागरूक करने पर औषधीय पौधों के प्रदर्शन की सराहना की। साथ ही किसानों को नाबार्ड से संचालित योजनाओं एफपीओ, एग्री क्लीनिक आदि के बारे में बताया।

एमिटी कृषि प्रसार सेवा केन्द्र की प्रभारी डॉ नीतू सिंह ने परियोजना के उद्देश्य और उपलब्धियों को बताते हुए किसानों को औषधीय पौधों की जैविक खेती के बारे में विस्तृत रूप से तकनीकी जानकारी दी। दैनिक जीवन में औषधीय पौधों के महत्व एवं उपयोग के बारे में किसानों को बताया। उन्होनें कहा कि एमिटी संस्थान सदैव किसानों की समस्याओं को हल कराने के लिए प्रयासरत है। 

एमिटी कृषि प्रसार सेवा केन्द्र के वरिष्ठ शोध अधिकारी रोशन लाल ने किसानों को बताया, अपने फसल चक्र में औषधीय पौधों को सम्मलित करके एवं औषधीय पौधों के साथ पपीता, आंवला, टमाटर व सब्जियों का समावेश करके अधिक आमदनी प्राप्त कर सकते हैं। इस अवसर पर अतिथियों और सेवा केन्द्र के अधिकारियों ने किसानों के सवालों के जवाब दिया।

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