Noida News : भारतीय बौद्ध महासभा की उत्तर प्रदेश शाखा ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए संसद भवन परिसर से हटाई गई बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर और महात्मा गांधी की प्रतिमाओं को पुन स्थापित करने की मांग को लेकर एक ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन जिलाधिकारी गौतमबुद्ध नगर के माध्यम से राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सहकारिता मंत्री, भारत सरकार को प्रेषित किया गया। इस अवसर पर भारतीय बौद्ध महासभा के कई वरिष्ठ पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित रहे।
इन्होंने लिया हिस्सा
प्रमुख रूप से श्रद्धेया जगरोशनी बौद्ध, जो उत्तर प्रदेश नारी कल्याण समिति की प्रदेश अध्यक्ष हैं, ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उनके साथ मेरठ मंडल के अध्यक्ष श्रद्धेय राम सिंह और महामंत्री श्रद्धेय सुखबीर सिंह बौद्ध भी मौजूद रहे। गौतम बुद्ध नगर शाखा का प्रतिनिधित्व करते हुए अध्यक्ष नथौली सिंह और महामंत्री तेजपाल सिंह शांत ने ज्ञापन सौंपने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके साथ संगठन के अन्य सदस्य जैसे साहिब सिंह, गिरीश कुमार, राजेश कुमार, वेदराम और सुंदर सिंह भी उपस्थित रहे। महिला प्रतिनिधियों में श्रद्धेया रेशम सिंह, मुन्नी राणा, प्रीति वर्मा, पिंकी गौतम, शशि गौतम और शशि बौद्ध ने भी इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। युवा वर्ग का प्रतिनिधित्व विपिन केसरी और सीमराज ने किया।
संगठन ने उठाई मांग
श्रद्धेया जगरोशनी बौद्ध ने कहा, "बाबा साहेब आंबेडकर और महात्मा गांधी हमारे राष्ट्र के निर्माता हैं। उनकी प्रतिमाओं का संसद भवन परिसर में होना न केवल उनके प्रति सम्मान का प्रतीक है, बल्कि हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों की याद भी दिलाता है। हम मांग करते हैं कि इन प्रतिमाओं को यथाशीघ्र पुन स्थापित किया जाए।" मेरठ मंडल के अध्यक्ष राम सिंह ने कहा, "यह केवल दो मूर्तियों का मामला नहीं है। यह हमारी सांस्कृतिक विरासत और राष्ट्रीय पहचान से जुड़ा मुद्दा है। हम आशा करते हैं कि सरकार इस विषय पर गंभीरता से विचार करेगी।" गौतम बुद्ध नगर शाखा के अध्यक्ष नथौली सिंह ने बताया कि यह ज्ञापन केवल एक शुरुआत है। उन्होंने कहा, "हम इस मुद्दे को हर स्तर पर उठाएंगे। यदि आवश्यक हुआ तो हम शांतिपूर्ण आंदोलन भी करेंगे।