Noida News : Paytm Payment Bank के लिए परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। पेटीएम से जुड़ी अब तक की सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रिजर्व बैंक पेटीएम के खिलाफ कड़ा रुख रखते हुए पेटीएम पेमेंट बैंक का लाइसेंस रद्द कर सकता है। जानकारी के मुताबिक आरबीआई जल्द ही पेटीएम की बैंकिंग यूनिट का लाइसेंस रद्द करने का फैसला ले सकता है।
पेटीएम बैंक की परेशानियां और बढ़ेंगी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रिजर्व बैंक Paytm Payment Bank के कामकाज को अपने हाथ में ले सकता है। साथ ही कामों को देखने के लिए रिजर्व बैंक एक प्रशासक को भी नियुक्त कर सकता है। पेटीएम पर जब से रिजर्व बैंक ने बैन लगाने का आदेश दिया है, तब से ही कंपनी के शेयर्स में गिरावट देखी जा रही है। पिछले ही दिनों पेटीएम के फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने पेटीएम के पार्ट टाइम नॉन एग्जीक्यूटिव चेयरमैन और बोर्ड मेंबर के पद से भी इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद कंपनी को यह भरोसा था कि उसके शेयर्स में सुधार होगा और साथ ही रिजर्व बैंक भी कंपनी के प्रति थोड़ा नरम होगा। लेकिन ऐसा कुछ भी होता नहीं दिख रहा है। बल्कि पेटीएम की मुसीबतें और बढ़ती नजर आ रही हैं।
Paytm Payment Bank पर बैन क्यों लगा?
पेटीएम बैन की एक बड़ी वजह यह भी है कि एक ही पैन कार्ड पर 100 या हजार से अधिक ग्राहक पेटीएम बैंक से जुड़े हुए हैं। इसके अलावा Paytm Payment के पास वर्तमान समय में 35 करोड़ से अधिक ई-वॉलेट चालू हैं, जबकि इनमें से 4 करोड़ यूजर्स ही एक्टिव हैं बाकि 34 करोड़ ई-वॉलेट निष्क्रिय हैं। इनमें से कुछ अकाउंट ऐसे हैं जिनकी केवाईसी प्रक्रिया भी पूरी नहीं हुई है। इन सबके कारण मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका भी RBI को है।
पेटीएम ने क्या गलती कर दी?
आपको बता दें कि बीते 11 मार्च 2022 को आरबीआई ने पेटीएम को एक नोटिस जारी किया था। जिसमें कहा था कि आपका पेमेंट्स बैंक नए ग्राहक नहीं जोड़ सकता। आरबीआई ने ये भी कहा कि आपका पेमेंट बैंक एक IT टीम से अपना सिस्टम ऑडिट कराएगा। जांच पूरी होने तक नए कस्टमर नहीं जोड़े जाएं। चूंकि पेटीएम एक पेमेंट गेटवे के साथ-साथ बैंकिंग प्लेटफॉर्म भी है तो उसे आरबीआई के सारे नोटिस और सारे आदेशों को मानना पड़ेगा। पेटीएम के सिस्टम का ऑडिट हुआ तो रिपोर्ट आरबीआई के पास गई. आरबीआई ने दावा किया कि ऑडिट रिपोर्ट में पेटीएम के सिस्टम में कई खामियां दिखाई दी। ये भी पता चला कि पेमेंट बैंक ने आरबीआई के नियमों की अवहेलना की है।