Noida News : रूस-युक्रेन युद्ध और ईंधन की बढ़ती कीमतों की वजह से भवन निर्माण की सामग्री के दामों में 30 प्रतिशत से अधिक का उछाल आया है। इससे घर बनाना महंगा हो गया है। गौतमबुद्ध नगर में कोरोना का संक्रमण खत्म होने के बाद लोगों ने भवन निर्माण का कार्य शुरू किया। फरवरी में रूस-युक्रेन युद्ध शुरू होने के कुछ दिनों बाद लोहे के दामों में उछाल आ गया। इसके कुछ सप्ताह बाद पेट्रोल-डीजल और सीएनजी के दामों में बढ़ोतरी होने से भवन निर्माण की अन्य सामग्री के दामों में 30 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हो गई। ऐसे में लोगों के लिए मकान बनाना महंगा पड़ रहा है। इसके अलावा भवन निर्माण के ठेकेदारों ने भी अपना शुल्क बढ़ा दिया है।
2 महीने में ऐसे बढ़ी महंगाई
एक ठेकेदार ने बताया कि उन्हें शहर में निर्माण करते हुए 35 वर्ष से अधिक का समय हो चुका है। दो महीने पहले तक 190 रुपये प्रति वर्ग फीट में किए जाने वाले कार्य को अब 220 रुपये प्रति वर्ग फीट में किया जा रहा है। ठेकेदार प्रीतम सिंह ने बताया कि कुछ महीने में महंगाई बढ़ी है। श्रमिकों ने मजदूरी बढ़ा दी है। ऐसे में नई दरों पर ही निर्माण का ठेका लिया जा रहा है।
निर्माण सामग्री के दामों में आया उछाल
ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर में मकान बनने वाले व्यक्ति ने बताया कि निर्माण के लिए आने वाली सामग्री काफी महंगी हो गई है। मार्च के पहले सप्ताह से भवन निर्माण सामग्री के दामों में उछाल आ रहा है। जितना सोचा था, उससे कही ज्यादा पैसा खर्च हो रहा है। मकान बनाने के काफी चुनौतियां आ रही हैं।