अगर आपके पास गौतमबुद्ध नगर में कोई प्रॉपर्टी है और उसका रजिस्ट्रेशन अब तक नहीं करवाया है, तो मौजूदा दरों पर रजिस्ट्री करवाने का मौका है। 9 अप्रैल तक आप पुरानी सर्किल दरों पर रजिस्ट्री करवा सकते हैं। इसके बाद जिले में नए सर्किल रेट लागू हो जाएंगे। उम्मीद है कि 10 फ़ीसदी तक सर्किल रेट बढ़ेंगे। लिहाजा तब आपको कहीं ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं।
जिलाधिकारी ने की बैठक
रियल स्टेट में छाई मंदी और कोरोना वायरस संक्रमण के चलते पिछले डेढ़ साल से गौतमबुद्ध नगर में सर्किल रेट नहीं बढ़ाए गए हैं। मौजूदा सर्किल रेट ही बार-बार लागू किए जा रहे हैं। जिला प्रशासन से जानकारी मिल रही थी कि नए वित्त वर्ष यानी आज से नया सर्किल रेट लागू किया जाना था। इस मुद्दे को लेकर बुधवार को जिलाधिकारी सुहास एलवाई (Suhas LY IAS) की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें फैसला लिया गया कि 9 अप्रैल तक मौजूदा सर्किल रेट ही लागू रहेंगे।
10 अप्रैल से लागू होगें नए रेट
नए सर्किल रेट क्या होंगे, इस पर विचार चल रहा है। उम्मीद है कि 10 अप्रैल को जिले में नया सर्किल रेट लागू कर दिया जाएगा। जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने बताया कि सभी उप जिलाधिकारी और सब रजिस्ट्रार को व्यापक अध्ययन करने को कहा गया है। सभी अगले 1 सप्ताह में अपनी रिपोर्ट देंगे। रिपोर्ट के आधार पर नई सर्किल दरें तय कर दी जाएंगी।
कोरोना महामारी की वजह से हुई देरी
आपको बता दें कि पिछले साल अप्रैल में सर्किल रेट बढ़ाने का फैसला लिया गया था। लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण के चलते यह फैसला टाल दिया गया। इसके बाद अगस्त में सर्किल रेट बढ़ाने पर विचार किया गया था। अब 1 अप्रैल से नई सर्किल दरें लागू होनी थीं। दूसरी तरफ नोएडा और ग्रेटर नोएडा में करीब 50,000 प्रॉपर्टी ऐसी हैं, जिनका रजिस्ट्रेशन नहीं हो पाया है। इनमें सबसे ज्यादा संख्या फ्लैट की है। प्राधिकरण की कई भूखंड योजनाओं में भी हजारों प्लॉट की रजिस्ट्री अभी नहीं हो पाई है। इन सारे आवंटन के लिए 9 अप्रैल तक सुनहरा मौका है। मौजूदा दरों पर रजिस्ट्री करवाई जा सकती है। स्टांप और रजिस्ट्रेशन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक 10 अप्रैल को लागू होने वाले सर्किल रेट करीब 10 फ़ीसदी तक ज्यादा रहेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया आदेश
आपको बता दें कि पिछले करीब 5 वर्षों से रियल एस्टेट में मंदी छाई हुई है, जिसका असर स्टांप और रजिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट के रेवेन्यू पर भी पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश में गौतमबुद्ध नगर जिले से राज्य सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व संपत्ति की खरीद-फरोख्त से मिलता है। यह राजस्व पिछले 5 वर्षों से लगातार गिर रहा है। इस साल खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शीर्ष अधिकारियों को हालात सुधारने का आदेश दिया है। ऐसे में आने वाले महीनों के दौरान रियल एस्टेट सेक्टर और प्रॉपर्टी बाजार में कुछ उछाल आ सकता है। दूसरी ओर देश की जानी-मानी प्राइवेट एजेंसियां बता चुकी हैं कि, दिल्ली एनसीआर और खासतौर से गौतमबुद्ध नगर में प्रॉपर्टी कारोबार औंधे मुंह गिरा है। पिछले 2 वर्षों में इस कारोबार से जुड़े लोगों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है।