Tricity Today | 18 साल पहले एटीएम लूट की कोशिश में गार्ड की हत्या की, जानिए अब कैसे पकड़ा गया लुटेरा
Noida News : कहावत है कि अपराधी चाहे कितना भी शातिर क्यों ना हो, पुलिस के लिए कोई ना कोई सुराग छोड़ ही जाता है। यह बात नोएडा शहर में करीब 18 साल पहले हुई एक खूंखार वारदात के आरोपी पर साबित हुई है। नोएडा पुलिस को नए साल की शुरुआत में बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। शहर में करीब 18 साल पहले बैंक एटीएम को लूटने की कोशिश के दौरान गार्ड की हत्या करके फरार हुआ अभियुक्त पकड़ा गया है। गौतमबुद्ध नगर पुलिस वर्ष 2004 से इस लुटेरे और हत्यारोपी की तलाश कर रही थी। नोएडा के एडिशनल डीसीपी ने मंगलवार को यह जानकारी दी है। गिरफ्तार अभियुक्त को जिला न्यायालय में पेश किया गया। अदालत ने उसे जेल भेज दिया है। नोएडा पुलिस को बड़ी कामयाबी 18 साल पहले एटीएम लूट की कोशिश के दौरान गार्ड की हत्या की, जानिए अब कैसे पकड़ा गया लुटेरा @noidapolice@Uppolicepic.twitter.com/paJgKYzhuc
क्या थी वारदात
27 मार्च 2004 की रात की रात इंडियन ओवरसीज बैंक में एक स्वचालित टेलर मशीन (एटीएम) को लूटने का असफल प्रयास किया गया। लूट करने की कोशिश करने वाले अज्ञात व्यक्तियों ने एक सुरक्षा गार्ड को मौत के घाट उतार दिया था। हत्या स्थल पर एक हथौड़ा मिला था। यह एटीएम कृभको कार्यालय परिसर के पास था, जिसे लुटेरों ने काटने की कोशिश की थी। मशीन को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया था। हालांकि, लुटेरे एटीएम से रुपये नहीं निकाल पाए थे। उस दिन मशीन में सात लाख रुपये थे। मारे गए सुरक्षाकर्मी बुधसैन शर्मा कृभको कार्यालय परिसर में ड्यूटी पर थे। बैंक के एटीएम पर गार्ड नहीं था लेकिन एटीएम कृभको के गार्ड रूम के ठीक बगल में था। उस वक्त कृभको के सुरक्षा अधिकारी नारायण दत्त हुआ करते थे। उन्होंने पुलिस को बताया था कि उन्हें घटना की जानकारी कृभको के एक ड्राइवर को सुबह करीब 5 बजे मिली।
सुरक्षा अधिकारी नारायण दत्त मौके पर पहुंचे तो बुधसैन शर्मा को गार्ड रूम में खून से लथपथ पाया। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी। उस दिन पुलिस ने बताया था कि वारदात की रात एक मोबाइल पुलिस गश्त रात करीब 2 बजे एटीएम के पास से गुजरी थी। गश्ती दल ने गार्ड बुद्धसेन शर्मा के साथ बातचीत की थी। तब तक सबकुछ सही था। ड्राइवर को सुबह करीब 5 बजे शव मिला। लिहाजा, हमलावरों ने उसी दौरान हमला किया था। हमलावरों ने प्रवेश करने के लिए शर्मा से गेट खुलवाया था। फिर उन्होंने शर्मा की हत्या कर दी थी।
अब कैसे पकड़ा गया आरोपी
नोएडा के एडीसीपी आशुतोष द्विवेदी ने बताया, "थाना सेक्टर-20 नोएडा पुलिस ने 18 वर्ष से हत्या के अभियोग में वांछित चल रहे 25,000 रुपये के इनामी अपराधी मुकेश पुत्र वीरेन्द्र सिंह को पकड़ा है। वह सैदपुर, थाना बैन, जिला नालन्दा (बिहार) का रहने वाला है। उसका वर्तमान पता पोस्टल पार्क कॉलोनी, रोड संख्या-3, थाना जक्कनपुर, जनपद पटना, बिहार है। मुकेश को अथक प्रयास करके इसके घर के पास से गिरफ्तार किया गया है। इस अपराधी के विरूद्ध कुर्की की कार्यवाही 26 नवंबर 2004 को की गई थी। अदालत में उसके खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। उसे कोर्ट ने भगौड़ा घोषित किया था। जब मुकेश ने इस वारदात को अंजाम दिया था, तब उसकी उम्र करीब 26 वर्ष थी और शादी नहीं हुई थी। अब उसके तीन बच्चे हैं। उसकी शादी हो चुकी है। थाना सेक्टर-20 पुलिस ने बताया कि छानबीन के दौरान मुकेश के 2 पते सामने आए थे। इन दोनों पतों पर मुखबिर लगाए गए थे। पिछले 18 वर्षों से लगातार पुलिस मुखबिर के जरिए दोनों पतों पर नजर रख रही थी। पिछले दिनों मुकेश अपने दूसरे पते वाले घर के पास एक पेट्रोल पंप पर सिम लेने आया था। इसी दौरान उसे हमारे मुखबिर ने देख लिया। सूचना मिलते ही पुलिस टीम नोएडा से पटना पहुंची। करीब 18 वर्ष बीत जाने के कारण उसकी शक्ल और सूरत में काफी बदलाव आ चुका था। लिहाजा, पुलिस टीम ने कई दिन तक उसकी रेकी की। जब यह पुख्ता हो गया कि यह मुकेश ही है, उसे गिरफ्तार कर लिया गया।