Noida : नोएडा और ग्रेटर नोएडा वेस्ट से जोड़ने के लिए मेट्रो फीडर बस सेवा के लिए चुनी गई कंपनी का टेंडर निरस्त कर फिर से कराने का निर्णय लिया गया। मेट्रो फीडर बस सेवा का संचालन करवाने के लिए नोएडा मेट्रो ने टर्बन मोबिलिटी एजेंसी चयन किया था। कंपनी को काम देने से पहले नोएडा मेट्रो ने एजेंसी की जांच की तो पता चला कि उनके पास बस संचालन का कोई अनुभव नहीं है। एक एजेंसी जिसके पास अनुभव न हो उसे इतना बड़ा प्रॉजेक्ट सौंपना सही नहीं है। इस लिए कंपनी का टेंडर निरस्त कर दिया गया है। नोएडा मेट्रो ने दोबारा से टेंडर जारी करेगा।
25 से ज्यादा सिटी बस संचालन
नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (NMRC) के तरफ 25 से ज्यादा सिटी बस संचालन करवाया जाना है। अब आगे मेट्रो कॉरपोरेशन दो टेंडर जारी करेगा। पहला टेंडर पीपीपी मॉडल पर नोएडा-ग्रेनो में छोटी बसें चलवाने के लिए एजेंसी चयन का होगा। दूसरा टेंडर 10 छोटी बसें खरीदने का होगा। खास बता ये है कि निवासियों को बस मेट्रो स्टेशन तक लेकर आएगी। बता दें, ये बसें गौर चौक और एक मूर्ति पर लगने वाले जाम को ध्यान में रखते हुए लाई जा रही हैं।
कंपनी को बस संचालन का दिखाना होगा अनुभव
एनएमआरसी के अधिकारियों ने बताया कि पीपीपी मॉडल पर बस संचालन सेवा में कोई भी वित्तीय भार कॉरपोरेशन नहीं उठाएगा। इसके साथ ही छोटी बसों में 24 सीट और एसी होना जरूरी है। यही नहीं आगे आवेदन करने वाली एजेंसी को बस संचालन का अनुभव भी दिखाना होगा। अगर एजेंसी या उसकी सहयोगी एजेंसी का अनुभव किसी शहर में परिवहन सेवा में बस संचालन का होगा तब ही एनएमआरसी आवेदन पर विचार करेगी। साथ यात्रियों के लिए एक एप भी तैयार की जाएगी, इसके जरिए आप अपनी यात्री टिकट आसानी से बुक कर सकेंगे।