प्राधिकरण के गेट पर निकाला भैंस का दूध, अफसरों को अंदर जाने से रोका, कंपनी में बैठकर किया अथॉरिटी का काम

नोएडा : प्राधिकरण के गेट पर निकाला भैंस का दूध, अफसरों को अंदर जाने से रोका, कंपनी में बैठकर किया अथॉरिटी का काम

प्राधिकरण के गेट पर निकाला भैंस का दूध, अफसरों को अंदर जाने से रोका, कंपनी में बैठकर किया अथॉरिटी का काम

Google Image | किसानों ने प्राधिकरण के गेट के बाहर भैंस बांधकर उनका दूध निकाला

Noida News : कई महीनों से किसानों का नोएडा प्राधिकरण के गेट पर कब्जा हैं। किसानों ने बुधवार प्राधिकरण के गेट पर भैंस बांध दी थी। किसानों ने प्राधिकरण के गेट के बाहर भैंस बांधकर उनका दूध निकाला और  प्राधिकरण के अधिकारी-कर्मचारियों को गेट के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया। जिस वजह से किसानों और पुलिस अधिकारियों के बीच नोकझोंक हुई। पुलिस अधिकारियों के समझाने के बाद किसानों ने प्राधिकरण का एक गेट खोल अधिकारियों को अंदर जाने दिया था। 

किसानों ने पशुओं का दूध निकालकर बनाई चाय 
पिछले 3 महीनों से किसान अपनी मांगों को लेकर प्राधिकरण के बाहर आंदोलन कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि प्राधिकरण उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। जिसके चलते प्राधिकरण के गेट के बाहर किसानों ने सोमवार को भैंस बांध दी और भैंस का दूध निकालकर उसकी चाय बना कर पी। किसानों ने प्राधिकरण के अंदर किसी भी अधिकारी और कर्मचारी को प्रवेश नहीं करने दिया। 

2 बजे के बाद किया अधिकारियों ने प्राधिकरण के अंदर प्रवेश 
जब पुलिस को किसानों के द्वारा गेट बंद करने की सूचना मिली तो उसके बाद डीसीपी राजेश एस, एडीसीपी रणविजय सिंह, एसीपी अंकित शर्मा और एसीपी रजनीश वर्मा समेत 5 थानों की पुलिस प्राधिकरण पहुंची। एडीसीपी ने किसानों को चेतावनी देते हुए प्राधिकरण से गेट के सामने से हटने और एक तरफ बैठने के लिए कहा। जिसके बाद किसानों को गुस्सा आ गया और उनके पुलिस के साथ काफी देर तक बहस होती रही। 

कंपनी में बैठकर किया अधिकारियों ने काम
पुलिस अधिकारियों ने किसानों को आश्वस्त किया कि विकास मंत्रालय की ओर से जो दस्तावेज मांगे हैं उन्हें देने हैं। जिसके बाद किसानों ने प्राधिकरण के अधिकारियों के वाहन जाने वाले गेट को खोल दिया। प्राधिकरण के अधिकारियों ने दोपहर के 2 बजे के बाद कार्यालय में प्रवेश किया। प्राधिकरण के अधिकारियों ने आसपास की कंपनियों में बैठकर कार्य किया। सिर्फ कुछ अधिकारी-कर्मचारी ही प्राधिकरण कार्यालय पहुंचे, लेकिन अंदर नहीं जा पाए। जिसके चलते अधिकारियों ने आसपास के कंपनियों में बैठकर अपने कार्य को किया। 

किसानों को फिर मिला आश्वासन
किसान नेता सुखबीर खलीफा का कहना है कि अब चाहे कुछ भी हो जाए वह किसी भी कीमत पर प्राधिकरण में काम नहीं होने देंगे। अगर प्राधिकरण में कोई कार्य होगा तो वह सिर्फ किसानों की समस्याओं का होगा। एडीसीपी रणविजय सिंह और प्राधिकरण के ओएसडी प्रसून द्विवेदी ने किसानों को आश्वासन देते हुए कहा कि वह किसानों से संबंधित फाइल लखनऊ पहुंचाना चाहते है। इसके लिए वो कार्य कर रहे है।

प्राधिकरण ने 600 किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज 
पुलिस ने नोएडा प्राधिकरण कार्यालय के सामने कर रहे 600 किसानों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इस एफआईआर में 41 किसानों को नामजद किया गया है। नोएडा प्राधिकरण के सहायक प्रबंधक रामचंद्र ने सेक्टर-20 पुलिस को शिकायत दी थी। उन्होंने बताया कि 30 नवंबर को सैकड़ों किसानों ने अपनी मांगों को लेकर नोएडा प्राधिकरण के कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया। शिकायत के आधार पर पुलिस ने करीब 600 किसानों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इनमें किसान नेता सुखबीर खलीफा, उदल सिंह, महेश, सुधीर चौहान, अंकित, ओमवीर, बिजेंदर, अतुल, सुरेंद्र, राजेंद्र, विपुल, सतपाल, अरविंद, गौरव यादव, राहुल, सागर, प्रेमचंद्र, सोनू, तेजपाल, पूनम, बबली शर्मा, सविता, अलका, विनोद यादव, सुनील चौहान, अतुल, अमित भाटी सहित 41 किसानों को नामजद किया गया है। इससे पहले भी सेक्टर-20 और सेक्टर- 39 थाने में किसान परिषद के अध्यक्ष सुखबीर खलीफा सहित अन्य के खिलाफ केस दर्ज हैं।

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