पक्षियों के लिए बना करोड़ों का बंगला, इंसानों से ज्यादा मिलती है सुविधा

नोएडा में एक घर ऐसा भी : पक्षियों के लिए बना करोड़ों का बंगला, इंसानों से ज्यादा मिलती है सुविधा

पक्षियों के लिए बना करोड़ों का बंगला, इंसानों से ज्यादा मिलती है सुविधा

Tricity Today | पक्षियों के लिए बना करोड़ों का बंगला

Noida : नोएडा-एनसीआर में प्रकृति के करीब घर बनाने का सपना हर किसी का होता है, लेकिन सच करना हर किसी के वश में नहीं है। नोएडा के लोग प्रकृति का वातावरण जीने के लिए शहर से करीब 300 किलोमीटर दूर पहाड़ों में जाते हैं। जहां सुख-सुविधाएं का आनंद लेते हैं, लेकिन नोएडा का एक मकान हिल स्टेशन से कम नहीं है। करीब 7,000 स्क्वायर फुट में बना सस्टेनेबल घर 'अश्वत्थ' शहर के बीचों बीच बना है। यहां रहने वाले लोग प्रकृति का भी पूरा आनंद ले सकते हैं।

घर में क्या है खास
सस्टेनेबल घर में इंसानों और बाकी जीवों में कोई फर्क नहीं किया जाता। जिस सुविधाओं के साथ यहां लोग रहते हैं, उसके मुताबिक ही कई सारी पक्षियों को मकान में आशियाना और दाना दिया जाता है। इस मकान में रात के समय सैकड़ों की संख्या में पक्षी विश्राम करने आते हैं। इसलिए घर की छत पर इनके लिए अलग-अलग कोनों में छोटे-छोटे ढके हुए आसरे बी बनाए गए हैं। यह घर दिल्ली की आर्किटेक्चरल कंपनी Archiopteryx ने 'अश्वत्' को सदियों पुराने पीपल के एक बड़े से पेड़ के पास बनाया है। इसी वृक्ष से इस घर को अपना यह नाम भी मिला है।

नेचुरल लाइट के लिए रोशनदान बना
अश्वत्थ की छत से लेकर ग्राउंड फ्लोर पर मौजूद वॉटर स्टोरेज टैंक तक एक अनोखा पाइपलाइन सिस्टम बनाया गया है। जैसे पहले के घरों में बेहतर वेंटिलेशन और नेचुरल लाइट के लिए रोशनदान हुआ करते थे, उसी तरह इस घर में भी रोशनदान और कटआउट बनाए गए हैं। इस मकान की खास बात यह है कि यहां पर पर्याप्त प्राकृतिक रोशनी अंदर आती है। इसके अलावा यहां वॉटर कंजर्वेशन का भी पूरा ध्यान रखा जाता है। इस घर की बालकनी और फर्श बनाने के लिए रीसाइकल्ड प्लास्टिक और लकड़ी का इस्तमाल किया गया है।

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