नोएडा शहर के बाशिंदों के लिए अच्छा अवसर है। शुक्रवार को नोएडा हाट में सरस आजीविका मेला की शुरुआत केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने की है। परंपरा, क्राफ्ट, कला और संस्कृति थीम है। यहां देश के 27 राज्यों के कढ़ाई-बुनाई कलाकर अपनी कारीगरी का जलवा बिखेर रहे हैं। यह मेला 14 मार्च 2021 तक चलेगा। इसमें देशभर के हस्तकरघा और हस्तशिल्प के उत्कृष्ट सामानों की बिक्री व प्रदर्शनी के साथ मशहूर व्यंजनों का लुत्फ़ लोग उठा रहे हैं। नोएडा में पहली बार इस तरह का मेला आयोजित किया जा रहा है। कृषि मंत्री के साथ राज्य मंत्री कैलाश चैधरी भी मौजूद थे।
इन राज्यों के ये मशहूर कपड़े आए हैं
नरेंद्र सिंह तोमर ने मेले में आए 300 से अधिक सेल्फ हेल्प ग्रुप की महिला शिल्प कलाकारों की स्टॉल का दौरा किया। उनका उत्साहवर्धन किया। इसके साथ ही उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनन्द लिया। मेले में विभिन्न राज्यों से हेंडलूम, साड़ी और ड्रेस मेटिरियल आए हैं। आंध्र प्रदेश से कलमकारी, आसाम का मेखला चादर, बिहार से कॉटन और शिल्क, छत्तीसगढ़ से कोसा साड़ी, गुजरात से भारत गुंथन और पैच वर्क, झारखंड से तसर शिल्क एंड कॉटन, दुपट्टा और ड्रेस मेटिरियल, मध्य प्रदेश से चंदेरी और बाग प्रिंट, मेघालय से इरी प्रोडक्ट्स, ओडिसा से तसर और बांदा, तमिलनाडु से कांचीपुरम, तेलंगाना से पोस्चिपुरम, उत्तराखंड से पश्मिना, कथा, बातिक प्रिंट, पश्चिम बंगाल से तांत और बालुचरी के कपड़े आए हैं।
महिलाओं के लिए ज्वेलरी और बच्चों के लिए खिलौने
आंध्र प्रदेश की पर्ल ज्वेलरी
आसाम का वाटर हायजिनिथ हेंडबैग और योगा मैट
बिहार से लाह की चूड़ी, मधुबनी पेंटिंग और सिक्की क्राफ्ट्स
छत्तीसगढ़ से बेल मेटल प्रोडक्ट्स, मड मिरर वर्क
गुजरात से डोरी वर्क
हरियाणा का टेराकोटा
झारखंड का ट्राइबल ज्वेलरी
कर्नाटका का चन्ननपटना खिलौना, सबाई ग्रास प्रोडक्टस
ओडिशा से पटचित्र आन पाल्म लीव
तेलंगाना से लेदर बैग, वाल हैंगिंग और लैंप सेड्स,
उत्तर प्रदेश से होम डेकोर
पश्चिम बंगाल से डोकरा क्राप्ट, सितलपट्टी और डायवर्सीफाइड प्रोडक्ट्स
खाओ-पीओ और मौज करो
मेले में प्राकृतिक खाद्य पदार्थ के फूड स्टाल पर मौजूद हैं। प्राकृतिक खाद्य पदार्थों के रूप में अदरक, चाय, दाल कॉफी, पापड़, एपल जैम और अचार आदि उपलब्ध हैं। साथ ही मेला मे बच्चों के मनोरंजन का भी इंतजाम किया गया है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी लोग भरपूर आनंद उठा पाएंगे। वहीं, मेला में प्रवेश करने के लिए कोविड-19 के प्रोटोकॉल का भी पूरा ध्यान रखा गया है। इसके तहत मेला में प्रवेश करने वालों के लिए फेस मास्क बिल्कुल अनिवार्य रहेगा साथ ही सोसल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ध्यान रखा जाएगा। इसके साथ ही जगह जगह सेनिटाइजेशन का भी इंतजाम किया जाएगा। वहीं, आपातकालीन स्थिति में एंबुलेंस का भी व्यवस्था किया गया है।
तीन कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा
मेला के दौरान देशभर के 27 राज्यों के हजारों उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री होगी। ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा यह एक मुहिम की शुरुआत की गई है जिससे कि हस्तशिल्पियों और हस्तकारों को कोरोना के बाद एक बार फिर से अपनी रोजगारी शुरु करने का मौका मिल सके। इसके साथ ही इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया अभियान “वोकल फॉर लोकल” को बढ़ावा मिल सके।