सुपरटेक ट्विन टावर मामले में 30 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज, इन अफसरों और कम्पनी निदेशकों पर हुई कार्रवाई

बड़ी खबर :  सुपरटेक ट्विन टावर मामले में 30 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज, इन अफसरों और कम्पनी निदेशकों पर हुई कार्रवाई

सुपरटेक ट्विन टावर मामले में 30 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज, इन अफसरों और कम्पनी निदेशकों पर हुई कार्रवाई

Tricity Today | Supertech Tower

Noida News : नोएडा के सेक्टर-93बी में स्थित सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट ट्विन टावर मामले में एसआईटी रिपोर्ट आने के बाद नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) ने फौरन कार्रवाई की है। प्लानिंग विभाग के मैनेजर वैभव गुप्ता की तहरीर पर लखनऊ विजिलेंस में 30 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है। प्राधिकरण ने इस पूरे फर्जीवाड़े के लिए सुपरटेक ग्रुप के चार डायरेक्टर, दो आर्किटेक्ट और 24 अफसरों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। जानकारी के मुताबिक इनमें तत्कालीन सीईओ रहे मोहिंदर सिंह, एसके द्विवेदी और एसीईओ आरपी अरोड़ा, ओएसडी यशपाल सिंह समेत एसआईटी जांच में सामने आए अन्य 22 नाम हैं। फिलहाल यह साफ नहीं है कि करोड़ों के इस फर्जीवाड़े की जांच लखनऊ विजिलेंस यूनिट करेगी या इसे मेरठ यूनिट को ट्रांसफर किया जाएगा।

प्राधिकरण में कार्यरत चारों अफसरों को सस्पेंड किया गया
सुपरटेक एमरॉल्ड मामले की जांच के लिए बनी एसआईटी ने अपनी जांच में 26 अधिकारियों की संलिप्तता पाई है। इनमें दो की मृत्यु हो चुकी है। यूपी के इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कमिश्नर संजीव मित्तल की अध्यक्षता वाली एसआईटी ने रविवार को अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर यूपी सरकार ने एसआईटी का गठन किया था। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तुरंत कार्रवाई करने का आदेश दिया था। चार सेवारत अधिकारियों में एक को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। शेष तीन को निलंबित करके उन पर विभागीय जांच शुरू हो गई है। कुल मिलाकर प्राधिकरण में कार्यरत चारों अफसरों को सस्पेंड कर दिया गया है। 

सभी के खिलाफ न्यायालय में मुकदमा चलेगा
एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि इन सारे अधिकारियों ने यूपी औद्योगिक क्षेत्र विकास अधिनियम और अपार्टमेंट प्रमोशन आफ कंस्ट्रक्शन ओनरशिप एंड मेनिटनेंस एक्ट के प्रावधानों का उल्लंघन किया गया है। नोएडा प्राधिकरण और सुपरटेक बिल्डर के संलिप्तत पाए गए अधिकारियों पर इन अधिनियम के तहत न्यायालय में मुकदमा चलाया जाएगा। इसी मामले में सोमवार को इन सभी जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है।

नोएडा अथॉरिटी के आर्किटेक्ट और टाउन प्लानर पर गिरी गाज 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर गठित की गई विशेष जांच समिति ने अपनी आख्या में दो आर्किटेक्ट हाउसेस को चिन्हित किया है। इस पूरे गड़बड़ झाले में इन आर्किटेक्ट की संलिप्तता पाई गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन वास्तुविदों पर समुचित कार्रवाई की जाए। इसके लिए काउंसिल ऑफ आर्किटेक्टस को शिकायत भेजी जाएगी।
 
इन रिटायर अफसरों के खिलाफ मामला दर्ज -
1. सुपरटेक बिल्डर के निदेशकों पर भी गिरी गाज 
2. सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी तत्कालीन सीईओ सरदार मोहिंदर सिंह 
3. नोएडा के पूर्व सीईओ एसके द्विवेदी 
4. नोएडा के तत्कालीन अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी आरपी अरोड़ा
5. नोएडा के पूर्व अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी पीएन बाथम
6. नोएडा के तत्कालीन विशेष कार्याधिकारी यशपाल सिंह
7. नोएडा के तत्कालीन आर्किटेक्ट एंड टाउन प्लानर एके मिश्रा
8. नोएडा के तत्कालीन सीनियर टाउन प्लानर राजपाल कौशिक
9. नोएडा के तत्कालीन चीफ आर्किटेक्ट त्रिभुवन सिंह
10. नोएडा के ग्रुप हाउसिंग डिपार्टमेंट के तत्कालीन डीजीएम शैलेंद्र कैरे
11. नोएडा छोटी के तत्कालीन प्लानिंग इंजीनियर बाबू राम 12. प्लानिंग डिपार्टमेंट के तत्कालीन प्लानिंग असिस्टेंट टीएन पटेल 
13. नोएडा अथॉरिटी के चीफ आर्किटेक्ट वीए देवपुजारी
14. नोएडा अथॉरिटी के पूर्व एसोसिएट आर्किटेक्ट एनके कपूर 
15. पूर्व सहायक वास्तुविद प्रवीण श्रीवास्तव
16. नोएडा अथॉरिटी के लीगल डिपार्टमेंट में लॉ ऑफिसर ज्ञान चंद्र 
17. नोएडा अथॉरिटी के लो एडवाइजर राजेश कुमार
18. नोएडा अथोरिटी के महाप्रबंधक विपिन गौड़
19. नोएडा अथॉरिटी के महाप्रबंधक एमसी त्यागी
20. बड़ा छोटी के फाइनेंस कंट्रोलर एससी सिंह
21. नोएडा अथोरिटी के पूर्व चीफ प्लानिंग इंजीनियर केके पांडेय

अथॉरिटी के इन मौजूदा अफसरों पर गिरी गाज -
1. नोएडा अथॉरिटी के तत्कालीन सहायक नगर नियोजक ऋतुराज व्यास वर्तमान में यमुना प्राधिकरण में प्रभारी महाप्रबंधक हैं।
2. नोएडा अथॉरिटी की तत्कालीन प्लानिंग असिटेंट अनीता अभी उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण कानपुर में तैनात हैं।
3. नोएडा प्राधिकरण में तत्कालीन प्लानिंग असिस्टेंट मुकेश गोयल वर्तमान में गोरखपुर इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के मैनेजर हैं। 
4. नोएडा प्राधिकरण में कार्यरत सहायक नगर नियोजक विमला सिंह पर कार्रवाई होगी।

सुपरटेक बिल्डर के इन निदेशकों के खिलाफ हुआ एक्शन -
1. आरके अरोड़ा : प्रबंध निदेशक और चेयरमैन
2. संगीता अरोड़ा : आरके अरोड़ा की पत्नी है और कंपनी में डायरेक्टर हैं।
3. अनिल शर्मा : आरके अरोड़ा के सबसे विश्वसनीय लोगों में से एक हैं कंपनी में शुरुआत से जुड़े हैं।
4. विकास कंसल : सुपरटेक लिमिटेड में डायरेक्टर हैं।

इन दो आर्कीटेक्ट कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज -
1. दीपक मेहता एसोसिएटस
2 .मोदार्च आर्कीटेक्ट

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