मोबाइल देश में कहीं बने लेकिन बैटरी यहीं बनेंगी, पढ़िए ख़ास खबर

नोएडा को केंद्र सरकार ने दिया बड़ा तोहफा : मोबाइल देश में कहीं बने लेकिन बैटरी यहीं बनेंगी, पढ़िए ख़ास खबर

मोबाइल देश में कहीं बने लेकिन बैटरी यहीं बनेंगी, पढ़िए ख़ास खबर

Tricity Today | Noida

नोएडा शहर के खाते में एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है। अब मोबाइल फोन देश के किसी भी हिस्से में बने, लेकिन उनके लिए बैटरी नोएडा में ही बनाई जाएंगी। केंद्र और राज्य सरकार मिलकर नोएडा में एक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का निर्माण कर रही हैं, जो अगले 3 वर्ष में बनकर तैयार हो जाएगा। इस सेंटर में मोबाइल फोन और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट से जुड़ी लिथियम आयन बैटरीज पर रिसर्च और निर्माण किया जाएगा। मंगलवार को केंद्र सरकार ने प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने के लिए अपने हिस्से की जरूरी धनराशि जारी कर दी है। यह जानकारी उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव आलोक कुमार ने दी है।

लघु एवं मध्यम स्तर के उद्यमों, इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र के स्टार्टअप्स और मैन्युफैक्चरिंग इकाइयों को उन्नत तकनीकी सहायता का लाभ प्रदान करने के लिए उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्यूफैक्चरिंग नीति के तहत नोएडा में उत्कृष्टता केन्द्र (सेंटर ऑफ एक्सीलेंस) की स्थापना त्वरित गति से की जा रही है। इस दिशा में इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने नोएडा में लिथियम-आयन सेल आधारित उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना के लिए 659.66 लाख रुपये की पहली किस्त जारी कर दी है।

अपर मुख्य सचिव (आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स) आलोक कुमार ने मंगलवार को बताया कि राज्य सरकार ने उत्कृष्टता केन्द्र की स्थापना के पहले चरण को प्रारम्भ करने के लिए 219.90 लाख रुपये के अपने अंशदान के लिए सहमति प्रदान कर दी है। इंडियन सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (आईसीईए) के सहयोग से सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस कंप्यूटिंग (सी-डैक), नोएडा द्वारा कायार्न्वित किए जाने वाली उत्कृष्टता केन्द्र परियोजना की अनुमानित लागत 1675.89 लाख रुपये है, जिसमें से 854.90 लाख रूपये इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय का योगदान होगा, जबकि उत्तर प्रदेश सरकार और आईसीईए द्वारा क्रमश: 284.99 लाख रूपये तथा 536 लाख रूपये का योगदान किया जाएगा।

आलोक कुमार ने कहा कि परियोजना कायार्न्वयन की अवधि बीते 30 दिसंबर से 36 महीनों के लिए निर्धारित की गई है। उत्कृष्टता केन्द्र की स्थापना का कार्य दिसंबर 2023 के अंतिम सप्ताह तक पूर्ण होने की संभावना है। सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का मकसद पावर बैंक उद्योग, मोबाइल हैंडसेट के पुजेर् और इलेक्ट्रॉनिक्स एप्लीकेशन्स से संबंधित उत्पादों को डिजाइन और उनका विकास करना है। उन्होने कहा कि उत्कृष्टता केन्द्र प्रौद्योगिकी और उत्पाद परीक्षण सुविधा के हस्तांतरण के लिए उद्योगों से सम्पर्क के साथ ही स्वावलम्बी व्यापारिक मॉडल पर विकसित किया जाएगा। इस केन्द्र में भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) द्वारा उपयोग करने योग्य पूर्ण रूप से क्रियाशील परीक्षण प्रयोगशाला के साथ परीक्षण और अन्य सम्बंधित आवश्यकताओं के लिए बुनियादी ढांचे का विकास किया जाएगा।

उत्कृष्टता केन्द्र पूरी तरह परिचालित टूल रूम और कंपोनेंट लाइब्रेरी से सुसज्जित होगा। स्थापना के बाद प्रथम वर्ष में लिथियम-आयन सेल पर आधारित पांच उत्पाद- चार्जर, पावर बैंक और वायरलेस पावर बैंक, एलईडी और स्पीकर विकसित किए जाएंगे। दूसरे वर्ष में चार उत्पादों को विकसित करने की योजना है, जिसमें इलेक्ट्रिक वाहनों, सौर संयंत्रों और सौर प्रणाली बैटरी पैक के लिए बैटरी मॉनिटरिंग प्रणाली सम्मिलित है, जबकि तीसरे वर्ष के दौरान जीपीएस नेविगेशन प्रणाली, यूपीएस प्रणाली, साउंटीमीटर और टिकट वेंडिंग मशीनों को विकसित करने का प्रस्ताव है।

उल्लेखनीय है कि इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग को सेवाएं प्रदान करने के अतिरिक्त सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिजाइन और विकास के क्षेत्र में कौशल विकास के लिए भी कार्य करेगा। यह देश और वैश्विक आवश्यकताओं के लिए मानकीकरण और परीक्षण में भी सहायता प्रदान करेगा। लिथियम आयन बैटरी एक रिचाजेर्बल बैटरी होती है, जिसमें लिथियम आयनों को इलेक्ट्रोलाइट के प्राथमिक घटक के रूप में उपयोग किया जाता है।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.