Noida : नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) की ओर से ई-साइकिल (E-Cycle) सेवा की शहरवासियों को सौंप दी गई है। इस योजना के लॉन्च होने के बाद लोग निजी वाहनों का सफर छोड़कर ई-साइकिल का इस्तेमाल कर रहे हैं लेकिन बिजली महकमा साइकिल की रफ्तार में अड़चन बन गया है। बिजली कनेक्शन में देरी के कारण अब तक 24 डॉकिंग स्टेशनों (स्टैंड) पर ही सुविधा शुरू की जा सकी है। जबकि पहले चरण में 31 डॉकिंग स्टेशन शुरू होने थे। इसकी जिम्मेदारी अथॉरिटी नेटर्बन मोबिलिटी कंपनी को दी है। ऐप से साइकिल बुक की जा रही है।
बिजली के काम की गति धीमी
नोएडा प्राधिकरण ने करोड़ों रुपये खर्च करके शहर में 62 जगह डॉकिंग स्टेशन बनवाए हुए हैं। पहले चरण में 310 साइकिल चलाई जानी है। पहले चरण का प्रयोग सफल होने पर दूसरे चरण के बचे 31 स्टेशनों पर ई-साइकिल उपलब्ध कराई जाएगी, लेकिन अब तक केवल 24 डॉकिंग स्टेशनों को ही बिजली के कनेक्शन हो पाया है। बाकी बचे स्टेशनों पर काम धीमी गति से चल रहा है। ऐसे में शहर वासियों को चार्जिंग की व्यवस्था सही ढंग से नहीं मिल पा रही है।
इन जगहों पर अधिक इस्तेमाल
सबसे ज्यादा E-cycle का प्रयोग एमिटी यूनिवर्सिटी के पास बने स्टैंड से छात्र कर रहे हैं। इसके अलावा सेक्टर-63, 58, 62 आने-जाने वाले नौकरीपेशा लोगों का इसमें खासा रुझान देखने को मिल रहा है। यह साइकिल ऐप के माध्यम से बुक हो रही है। दूसरी तरफ लोगों की रूचि को देखते हुए नोएडा प्राधिकरण ने ई-साइकिल का मासिक शुल्क 1499 रुपए से घटाकर 999 रुपए कर दिया है।
मोबाइल एप बुकिंग
ई-साइकिल मोबाइल एप के माध्यम से बुक की होगी और भुगतान भी डिजिटल माध्यम से किया जाएगा। साथ ही ई-साइकल को किराये पर देने की दरें तय कर दी हैं। ई-साइकल यूजर बनने के लिए 299 रुपये की सिक्यॉरिटी मनी ऐप के जरिए जमा करनी होगी। इसके बाद पहले 30 मिनट के लिए 15 और इसके बाद 1 रुपया प्रति मिनट किराया देना होगा। अगर इस दौरान साइकल जाम में फंसती है तो किराया 50 पैसे प्रति मिनट लगेगा।
25 किलोमीटर प्रति घंटा होगी रफ्तार
इस प्रोजेक्ट में प्रदूषण में कमी आएगी और लोगों को शारीरिक रूप से बेहतर फायदे मिलेंगे। ई-साइकिल अधिकतम गति 25 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। बिना वैटरी के इसका वजन 60 किलो से अधिक नहीं होगा। फ्रंट और बैक साइड में रिफ्लेक्टर लगे होंगे। इसकी सीट को ऊंचा या नीचा किया जा सकेगा। यह जीपीएस सिस्टम से लैस होगी। इसके लिए एक कंट्रोल रूम बनेगा। अथॉरिटी की ओर से 62 साइकल स्टैंड तैयार करवाए हुए हैं। ये स्टैंड करीब 1 करोड़ रुपये की लागत से 2021 में बनवाए गए थे। एक स्टैंड से 10 साइकल चलवाई जानी हैं।