Noida News : नोएडा और ग्रेटर नोएडा में एक बार फिर से सिटी बस सर्विस शुरू होगी। इस बार सेवा का मकसद मेट्रो स्टेशनों तक आम आदमी की अच्छी पहुंच बनाना होगा। लिहाजा, एक्वा मेट्रो लाइन मेट्रो के स्टेशनों को जोड़ते हुए 35 मिनी बसें चलाने की तैयारी नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (Noida Metro Rail Corporation) ने तेज कर दी है। इसी सप्ताह बसें चलाने के लिए आरएफपी (रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल) जारी कर दी जाएगी। एनएमआरसी अच्छे ट्रांसपोर्टरों को यह मौका देना चाहती है।
फीडर सर्विस में 35 बस शामिल होंगी
एनएमआरसी के अधिकारियों ने बताया कि कि 35 में से 25 बसें पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर चलवाई जाएंगी। जबकि 10 बसें खुद एनएमआरसी खरीदकर चलाई जाएगी। ये बसें नोएडा और ग्रेटर नोएडा के मेट्रो स्टेशनों को जोड़ते हुए चलाई जाएंगी। एनएमआरसी के अफसरों का कहना है कि बसें फीडर सेवा के तौर पर चलानी हैं। इससे पहले एनएमआरसी ने टेंडर जारी किया था, उसमें किसी कंपनी का चयन नहीं हो पाया था। मई महीने में उस टेंडर को निरस्त कर दिया गया था। दरअसल, कंपनी ने शहर में ज्यादा स्टैंड बनाने की मांग की थी। बस स्टैंड्स के बड़े हिस्से में विज्ञापन लगाने का अधिकार मांगा था। कंपनी के इस प्रस्ताव को एनएमआरसी ने खारिज कर दिया था।
बसों का संचालन 12 रूट पर होगा
एनएमआरसी के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि पीपीपी मॉडल पर बस सेवा में कोई भी वित्तीय भार कॉरपोरेशन नहीं उठाएगा। इन छोटी बसों में 24 सीट होंगी और एसी होना जरूरी है। टेंडर प्रक्रिया में आने वाली कंपनियों को बस संचालन का अनुभव होना चाहिए। अगर कंपनी या उसकी सहयोगी कंपनी का अनुभव किसी शहर में परिवहन सेवा में बस संचालन का होगा, तभी एनएमआरसी आवेदन पर विचार करेगी। अधिकारियों ने बताया कि बसों का संचालन 12 रूट पर किया जाएगा। यह रूट तैयार कर लिए गए हैं।
कोरोना के कारण बंद हुई बस सर्विस
एनएमआरसी की प्रबंधक निदेशक रितु माहेश्वरी ने बताया, "अब नए सिरे से पीपीपी मॉडल पर आरएफपी तैयार करवाई जा रही है। इसमें कंपनी को नियमों के मुताबिक विज्ञापन का अधिकार दिया जाएगा। एनएमआरसी को 10 बसें खरीदनी हैं। उसकी आरएफपी जल्द जारी करने के निर्देश दिए गए हैं।" गौरतलब है कि करीब साढ़े तीन साल पहले तक एनएमआरसी 50 एसी बसों का संचालन करती थी। कोरोना आने पर इनका संचालन बंद कर दिया गया। बसों के संचालन से ज्यादा घाटे होने का तर्क देकर बंद कर दिया गया। तब से आम शहरी को मेट्रो स्टेशनों तक पहुंचाने के लिए कोई सार्वजानिक सुविधा नहीं है।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट वालों की दिक्कत होगी खत्म
मेट्रो फीडर बसों का रूट इस तरह तैयार किया गया है, जिससे नोएडा और ग्रेटर नोएडा के ज्यादा से ज्यादा सेक्टरों को जोड़ा जा सके। अभी ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहने वाले लोगों को ऑटो या कैब के भरोसे रहना पड़ता है। आने वाले समय में चलने वाली बसें सभी मेट्रो स्टेशनों को जोड़ते हुए चलेंगी। इस सेवा में ग्रेटर नोएडा वेस्ट का खास ख्याल रखा गया है।
नोएडा में इन रूटों पर चलेंगी फीडर बसें
1. सेक्टर-51 से डीएलएफ मॉल
2. सेक्टर-51 से ओखला पक्षी विहार
3. सेक्टर-142 से सेक्टर-15ए
4. सेक्टर-51 से एक मूर्ति चौराहा, ग्रेनो वेस्ट
5. सेक्टर-150 से परी चौक, ग्रेटर नोएडा
6. सेक्टर-63 से जेपी अंडरपास, सेक्टर-104
ग्रेटर नोएडा में इन रूटों पर चलेंगी फीडर बसें
1. गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय से हिंडन ब्रिज कुलेसरा
2. परी चौक से नवादा होकर वापस परी चौक
3. जगत फार्म से एक्सपो मार्ट होकर जगत फार्म-2
4. राइज चौक से नॉलेज पार्क-5 होकर राइज चौक
5. किसान चौक से कैपिटील एथेना
6. किसान चौक से मिलक लच्छी होकर वापस किसान चौक पुलिस चौकी